नई दिल्ली ( तेजसमाचार संवाददाता ) – विश्व स्तर पर छायी आर्थिक सुस्ती और कुछ प्रमुख देशों में संरक्षणवाद को बढ़ावा दिये जाने की प्रवृत्ति के बावजूद भारत चेन्नई में आयोजित इंटरनेशनल इंजीनियरिंग सोर्सिंग शो (आईईएसएस) के छठे संस्करण में शिरकत कर रही शीर्ष विदेशी कंपनियों के समक्ष अपनी तकनीकी एवं इंजीनियरिंग क्षमता को प्रदर्शित करने को तैयार है। आईईएसएस VI का शुभारंभ आज अर्थात 16 मार्च को हुआ। इस तीन दिवसीय प्रदर्शनी में अनेक महत्वपूर्ण व्यावसायिक सौदे होने की आशा है। चेन्नई में आईईएसएस VI का उद्घाटन 16 मार्च 2017 को एक रंगारंग समारोह में भारत सरकार की वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती निर्मला सीतारमण द्वारा किया गया। रूसी संघ के व्यापार एवं उद्योग मंत्री श्री डेनिस मंतुरोव, भारत सरकार के भारी उद्योग विभाग में सचिव श्री गिरीश शंकर, तमिलनाडु सरकार के प्रधान सचिव श्री मंगत राम शर्मा, ईईपीसी इंडिया के अध्यक्ष श्री टी एस भसीन और वाणिज्य मंत्रालय एवं ईईपीसी इंडिया के अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
इस प्रदर्शनी के उद्घाटन से पहले श्रीमती सीतारमण और श्री मंतुरोव के बीच सौहार्दपूर्ण बैठक हुई जिसमें अनेक द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चाएं हुईं। उन्होंने इस बात पर सहमति जताई कि द्विपक्षीय व्यापार बढ़ाने की असीम संभावनाएं हैं, जो वर्तमान में 6.62 अरब अमेरिकी डॉलर के स्तर पर है। उन्होंने अंतराष्ट्रीय उत्तर-दक्षिण परिवहन गलियारे (आईएनएसटीसी) को जल्द चालू करने के मुद्दे पर भी चर्चा की जिससे दोनों देशों के बीच वस्तुओं की ढुलाई में लगने वाले समय के साथ-साथ लागत में भी काफी कमी संभव हो पायेगी। एक संशोधित द्विपक्षीय निवेश संधि को अंतिम रूप देने की जरूरत को भी इस बैठक के दौरान रेखांकित किया गया। श्रीमती सीतारमण ने रूस को भी जुलाई 2017 में मुंबई में आयोजित किये जाने वाले इंडिया इंटरनेशनल ज्वैलरी शो 2017 में भागीदार देश के रूप में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया। 400 शीर्ष वैश्विक प्रदर्शक और 500 से भी ज्यादा विदेशी प्रतिनिधि इस प्रमुख इंजीनियरिंग प्रदर्शनी में भाग ले रहे हैं जिसकी थीम “ स्मार्ट इंजीनियरिंग के लिए स्मार्ट टेक” है।