मुंबई (तेज समाचार प्रतिनिधि). बाहुबली-1 में एक सवाल सबके दिल-ओ-दिमाग मंे आज भी चल रहा था कि कटप्पा ने बाहुबली को क्यों मारा? लेकिन अब इस सवाल का जवाब मिल चुका है. बाहुबली 2 रिलीज़ हो चुकी है. फिल्म की कहानी को लेकर बहुत सारे कयास लगाए जा रहे थे. एस. एस. राजमौली के निर्देशन में बनी यह फिल्म भारतीय फिल्म इतिहास की सबसे बड़ी फिल्म है.
बाहुबली 2′ की शुरुआत रिकैप से होती है. फिल्म की शुरुआत में ही बाहुबली की चाची और राजमाता (राम्या कृष्णा) और बाहुबली (प्रभास) के रिश्तों को टटोलने की कोशिश की जाती है. यह पूरी फिल्म उस रिकैप का हिस्सा है जो पहली फिल्म में बीच-बीच में दिखाया गया था.
बाहुबली 2 पहली बाहुबली का प्रीक्वल है. यानी यह पहली फिल्म से पहले की कहानी है. इस फिल्म में अमरेन्द्र बाहुबली (प्रभास) और उसके चचेरे भाई भल्लाल (राणा दुग्गुबती) के आपसी मतभेदों की कहानी है.
बाहुबली के राज्याभिषेक से पहले उसे और कटप्पा (सत्यराज) को राज्यभ्रमण पर भेजा जाता है. इसी दौरान वह खूबसूरत राजकुमारी देवसेना (अनुष्का शेट्टी) से मिलता है. देवसेना लड़ाई में प्रशिक्षित हैं.
बाहुबली उसको देखकर मुग्ध हो जाता है. इस दौरान कुछ कॉमेडी सीन हैं जो काफ़ी गुदगुदाते हैं और तालियां बटोरते हैं.
बाहुबली तो पहले ही देवसेना को अपना दिल दे बैठा है. वहीं राजमाता अपने बेटे भल्लाल के लिए देवसेना को पसंद करती हैं. जैसा कि राजसी कहानियों में होता है, यहां भी षड्यंत्र रचे जाते हैं. बाहुबली को राज्य से निकाल दिया जाता है. वह देवसेना के साथ आम जनता के बीच रहने लगता है. – राजमाता के कहने पर कटप्पा ने मारा था बाहुबली को
यह खुलासा भी इस फिल्म में हो जाता है. एक साज़िश के तहत देवसेना के भाई को भल्लाल को मारने के लिए उकसाया जाता है. देवसेना के भाई पर आरोप लगता है कि वो बाहुबली के कहने पर भल्लाल को मारने आया है.
बाहुबली को झूठे आरोप में फंसा दिया जाता है. राजमाता भी इस साजिश में फंस जाती हैं. राजमाता भी बाहुबली को गुनाहगार मानती हैं और कटप्पा को हुक्म देती हैं कि वह बाहुबली को मार डाले.
राजमाता के आदेश पर मजबूर होकर कटप्पा ये जिम्मेदारी ले लेता है. और वह बाहुबली को धोखे से मार देता है. और भल्लाल आकर उसकी लाश के टुकड़े-टुकड़े कर देता है.
इस फिल्म के ग्राफिक्स पहली फिल्म से काफ़ी बेहतर हैं. देवसेना का राज्य बाहुबली के राज्य से ज्यादा सुंदर है. एक्शन सीक्वेंस बहुत कमाल के हैं.
कटप्पा और बाहुबली के बीच कुछ कॉमेडी सीन हैं, दर्शकों को यह बहुत पसंद आए हैं. पूरी फिल्म के दौरान कई बार
फिल्म के गीत बेवजह रखे हुए लगते हैं. गाने लम्बे और खींचे हुए मालूम होते हैं. गीत-संगीत फिल्म का सबसे हल्का पक्ष है. फिल्म के बेहतरीन क्लाइमेक्स और एक्शन सीन के बीच यह गाने अपनी छाप नहीं छोड़ पाते.
– बेहतर क्लाइमेक्स
फिल्म का क्लाइमेक्स कमाल का है. आखरी एक्शन सीन ने यह फिल्म एक अलग ही मुकाम को हासिल कर लेती है. अनुष्का शेट्टी देवसेना के रोल में बिलकुल फिट लगी हैं. प्रभास को स्क्रीन पर देखना एक अच्छा अनुभव है. इस फिल्म के लिए की गई उनकी मेहनत साफ़ दिखती है.
कटप्पा और बाहुबली के बीच के कुछ कॉमेडी सीन दर्शकों को बहुत पसंद आए हैं. उम्मीद की जा सकती है कि यह फिल्म पहली फिल्म से बड़ी हिट साबित होगी.