जलगांव. बोंडक्रिडा के कारण कपास की फसल खत्म होने की मार्ग पर होने से मोती संगडा पवार (उम्र 50, रा.रामदेववाडी, जलगाव) इस किसान ने देररात विषप्राशन करके अपनी जीवनयात्रा खत्म करने की घटना शनिवार की सुबह सामने आयी हैं. इस प्रकरण में एमआयडीसी पुलिस स्टेशन में आकस्मात मौत की नोंद की गई हैं. इस बारे में रिस्तेदारों ने दी जानकारी के अनुसार मोती संगडा पवार के पास 5 एकर हंगामी बागायती खेती हैं. इस खेत में ज्वारी एवं कपास बुआ हुआ हैं. ज्वारी का कम उत्पन्न हुआ, इसलिए कपास के फसल पर ही आस थी. कंपास का अर्धा हंगाम हुआ लेकिन उसमें से जादा उत्पन्न नहीं निकाला. सर्दी के कारण उत्पन्न बढने की आस थी. लेकिन फसल पर बोंडक्रिडा का प्रार्दभाव होने से पवार जादा ही सदमें चले गए थे. शुक्रवार की रात वहं खेत में गए. फसलों पर छिडकाव करने की दवाई खेत में ही होने से उन्होंने वहीं दवाई का प्राशन किया. दौरान पवार पर विविध कार्यकारी सोसायटी के ६० हजार एवं निजी ऐसा लाखों से जादा कर्ज था. दौरान एमआयडीसी पुलिस स्टेशन के समाधान पाटील ने पंचनामा करके शव दोपहर रिस्तेदारों की सौंपा. इससमय जिला अस्पताल में रिस्तेदार एवं ग्रामस्थ बडी संख्या में जमा हुए थे. पवार के पश्चात पत्नी, तीन लडके, एक लडकी, भाई ऐसा परिवार हैं.