श्रीनगर. आतंकवादियों को फंडिंग करनेवाले अलगाववादियों के खिलाफ इन दिनों जांच एजेंसी ने मोर्चा खोला है. पिछले दिनों कई अलगाववादियों को गिरफ्तार भी किया था. इसी क्रम मे राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने आतंकवाद के वित्त पोषण से जुड़े अलगाववादियों और अन्य के खिलाफ मुकदमे के संबंध में जम्मू-कश्मीर में आज करीब एक दर्जन स्थानों पर छापेमारी की.
केन्द्रीय जांच एजेंसी के अधिकारियों का कहना है कि श्रीनगर, बारामुला और हंदवाड़ा में करीब 12 जगहों पर छापेमारी चल रही है. उन्होंने कहा कि इस मामले में जांच में दायरे में आये लोगों के साथ कथित रूप से जुड़े स्थानों पर ही छापेमारी की जा रही है. आतंकवाद के कथित वित्त पोषण और कश्मीर घाटी में अशांति को बढ़ावा देने संबंधी गतिविधियों में संलिप्तता के आरोप में 24 जुलाई को एनआईए ने सात लोगों को गिरफ्तार किया था.
एनआईए का आरोप है कि इस धन का प्रयोग जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों और अलगावादियों के वित्त पोषण के लिए किया जा रहा है. एजेंसी का दावा है कि आरोपी देश के खिलाफ युद्ध छेड़ रहे हैं और गैरकानूनी गतिविधियां (निरोधी) कानून के तहत यह दंडनीय है. जांच एजेंसी का आरोप है कि आरोपी कथित रूप से भारत-विरोधी प्रदर्शनों और बंद के माध्यम से अशांति फैला रहे हैं.
हाल ही में हुर्रियत के कुछ नेताओं को भी केन्द्रीय जांच एजेंसी ने टेरर फंडिंग के आरोप में गिरफ्तार किया था. इसमें दूसरे अलगाववादी संगठन के नेता भी शामिल थे. कटटरपंथी सईद अली शाह गिलानी के दामाद अल्ताफ अहमद फंतोश, पूर्व आतंकी कमांडर फारुक अहमद डार उर्फ बिटटा कराटे और वरिष्ठ अलगाववादी नेता नईम अहमद खान समेत सात लोगों को गिरफतार किया गया था.