पुणे (तेज समाचार प्रतिनिधि) कश्मीर की समस्या को सुलझाने के लिए इसकी जड़ में जाना जरूरी है. कश्मीरी लोगों की स्वायत्तता, रोजगार, सरकार तीनों मांगों को पूरा करना जरूरी है. कश्मीरी हमारे ही बंधु हैं. यह भावना सभी के मन में होनी चाहिए. आतंकवाद नष्ट करने के लिये उस क्षेत्र के लोगों में विश्वास दिलाने की जरुरत है. सेना आतंकवाद को तो खत्म कर सकती है, लेकिन आंतकवादी विचार को नहीं. इसलिये जब आतंकवादी विचारों का खात्मा जो जाएगा तब कश्मीर की समस्या अपने आप सुलझ जाएगी. यह व चार सेवानिवृत्त मेजर जनरल संजय भिडे ने रखे.
विश्वलीला ट्रस्ट की ओर से ‘भारतीय सेना, उनकी कार्यप्रणाली व कश्मीर समस्या’ विषय पर चर्चा का आयेाजन किया गया था. इस समय भिडे ने कहा कि कश्मीर भारत का ही एक हिस्सा है. इसे कोई भी नकार नहीं सकता. कश्मीर की अस्मिता समझने के लिये पहले कश्मीर का इतिहास समझने की जरुरत है. भारत के आंतरिक मामलों में पाकिस्तान की दखल देने की कोई जरूरत नहीं है. उन्हें इससे रोकना होगा.
इस समय नगरसेवक धीरज घाटे, दीक्षा कदम, आनंद सराफ, देवव्रत बापट आदि उपस्थित थे.