नई दिल्ली ( तेज़ समाचार प्रतिनिधि ):शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के कासगंज में दो गुटों में हुई झड़प ने हिंसक मोड़ ले लिया है. शुक्रवार की घटना के मद्दनेजर शनिवार को भी हिंसा भड़क उठी. मृतक युवक के अंतिम संस्कार के बाद लोगों का बड़ा समूह हिंसा पर उतारू हो गया. एक समूह ने जहां शहर के मेन मार्केट के कुछ दुकानों में आग लगा दी और वहीं दूसरे समूह ने कुछ दूरी पर स्थित दुकानों में तोड़-फोड़ की और दो बसों को आग के हवाले कर दिया.
कासगंज के जिलाधिकारी आरपी सिंह ने बताया कि पुलिस ने कासगंज थाने में शिकायत दर्ज कर अब तक 49 लोगों को गिरफ्तार किया है और जिले की सीमाएं सील कर दी गई हैं।शांति बनाए रखने के लिए हिंसाग्रस्त इलाके में धारा 144 लागू है। इस बीच घटना को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) आनंद कुमार ने संवाददाताओं को बताया कि कुछ असामाजिक तत्वों ने आज शहर के बाहर एक छोटी दुकान में आग लगाने की कोशिश की। कुछ दुकानों में तोड़फोड़ भी की गयी । पुलिस ने मौके पर पहुंचकर हालात काबू किए।
पुलिस ने बताया कि कुछ अज्ञात शरारती तत्वों ने गणतंत्र दिवस के मौके पर निकाली गई मोटरसाइकिल रैली पर पथराव कर दिया था. अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) आनंद कुमार ने कल कहा था कि पथराव की घटना सुनियोजित नहीं लगती बल्कि ये सब कुछ अचानक हुआ है. जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) और पीएसी को मौके पर भेजा गया है.
उन्होंने कहा कि गड़बड़ी पैदा करने वालों की पहचान की जा रही है और उनके खिलाफ कडी कार्रवाई की जाएगी. जिला प्रशासन ने स्थिति पर नियंत्रण कर लिया है लेकिन हालात और बिगडने ना पायें इसलिए अतिरिक्त बल बुलाया जाएगा.