यावल (तेज समाचार प्रतिनिधि). तहसील के किनगांव में वनविभाग के गश्त विभाग ने गुप्त जानकारी अनुसार की कारवाई में लगभग ७० हजार की सागवान लकड़ी जब्त की. यह कारवाई मंगलवार को हुई. कारवाई से किनगांव में चलने वाले जिलों सहित राज्य में अवैद्य सागवान लकड़ी का उद्योग करने वालों में खलबली मची है. किनगांव में सातपुडा से अवैध रूप से सागवान लकड़ी जमा करने व बाद में फर्निचर तैयार कर जिले सहित राज्य में अवैध मार्ग से विक्री करने का बड़ा उद्योग चलता है. जिसकी गुप्त जानकारी प्रादेशिक वनविभाग यावल गश्त दस्ते के वनक्षेत्रपाल एस.आर.पाटील को मिली थी. मंगलवार सुबह १० बजे वनरक्षक एस.एस.माली, जगदीश ठाकरे, संदिप पंडीत, संदिप भोई, समिर तडवी व योगीराज तेली इस दस्ते सहित किनगांव में जगह-जगह जांच की. जांच दौरान गांव के लेंडी नाले की झाड़िओं में सागवान लकड़िओं का कट साईज, लकड़िओं के रिफा, पाटियां व कटसाईज ऐसा कुल ६६०.२१ घनमिटर सागवान बेवारस मिला गया. सागवान की कीमत लगभग ७० हजर रूपए होकर जब्त किया माल यावल उपवनज केंद्र में जाम किया गया.
– किनगांव में खलबली
किनगांव में बड़े पैमाने पर अवैध सागवान लकड़ी का उद्योग शुरू है. सातपुडा से चोरी के मार्ग से लकड़ी यहां कुछ फर्निचर उद्यमी लेते है. फर्निचर तैयार कर जिले सहित राज्यभर में पहुंचाया जाता है. कारवाई के कारण गांव में एक ही खलबली मची है.