धुलिया. प्रकृति की मार झेल रहे किसानों पर धुलिया जिले में बीती रात कहर बन कर बरसी बारिश, जिसमें साक्री तहसील क्षेत्र के वाड़ी गांव में तकरीबन तीन सौ के लगभग मवेशियों की मौत हो गई है .वही दूसरी ओर धुलिया शहर मे दो मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं .जिसमें किसी के भी हताहत होने की खबर नहीं है किंतु संसार उपयोगी सामान का नुकसान हुआ है . खेतो मे आंधी हवा के साथ आई बारिश से किसानों की फसलों का जमकर हुआ नुकसान किसी किसान की खड़ी फसल तो किसी किसान की कटी फसले हुई तबाह साक्री तहसील दार को ज्ञापन सौंपकर पीड़ित किसानों को सरकारी मदद तथा पंचनामा शासन से कराने की मांग की गई.
-मानसून में रहा सूखा
मानसून में आसमान से पानी नही बरसा, जिसके कारण से ज़िला सूखा प्रभावित किए जाने की मांग होने लगी थी और जल की क़िल्लत परेशान कर रही थीं. किंतु पिछले तीन दिनों से वापसी की बारिश आसमान से कहर बन कर बरस रही है. आलम यह है कि इस साल अक्टूबर महीने में बारिश ने बीस साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. बुधवार सुबह पांझरा नदी पूरे उफ़ान पर रही. बारिश ने पूरे ज़िले में कहर बरपा दिया और सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. जूना धुलिया इलाके में मोतीलाल फूलपागरे तथा नंदलाल फूलपागरे के मकानों की छत ढह गई. शहर स्थित एसआरपी मैदान के सामने तेज हवा के कारण पेड़ सड़क पर गिरने से साक्री रोड की यातायात बाधित हुई. वही कृषि उपज मंडी अन्य जगह रखें किसानों के अलावा व्यापारियों का कृषि माल को भी नुकसान पहुंचा है.