नई दिल्ली ( तेजसमाचार प्रतिनिधि ) – नेपाल में भारी बारिश की वजह से कैलाश मानसरोवर जा रहे 1575 भारतीय तीर्थयात्री फंसे हुए हैं. कैलाश मानसरोवर यात्रा में कर्नाटक के लगभग 290 यात्री फसे बताये जा रहे हैं .कुल 1575 भारतीय तीर्थयात्रियों में से 525 तीर्थयात्री नेपाल के सिमीकोट, 550 लोग हिलसा और 500 लोग तिब्बत की तरफ रुके हुए हैं.
वहीँ कर्नाटक राज्य आपात अभियान केंद्र , राजस्व विभाग (आपदा प्रबंधन) ने एक ट्वीट में कहा कि कैलाश मानसरोवर यात्रा पर कर्नाटक के लगभग 290 तीर्थयात्री हिमालयी क्षेत्र में भारी बारिश की वजह से नेपाल के सिमीकोट में फंस गये हैं. यह सभी लोग सुरक्षित हैं और सरकार के साथ लगातार संपर्क में हैं. मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी ने नई दिल्ली में कर्नाटक भवन के रेजिडेंट आयुक्त को तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अतिशीघ्र हरसंभव कदम उठाने का निर्देश दिया है.
केंद्र सरकार ने नेपाल स्थित भारतीय दूतावास ने फंसे तीर्थयात्रियों को मेडिकल सुविधाएं मुहैया कराने के लिए कहा है. भारतीय अफसरों ने सभी टूर ऑपरेटरों से कहा कि तिब्बत की तरफ फंसे हुए लोगों तक भी जरूरी सेवाएं पहुंचाई जाएं. वहीँ प्राकृतिक आपदा पर टूर ऑपरेटर्स ने कहा है कि उनका पहला मकसद हिलसा की स्थितियों को ठीक करना है. अफसरों ने नेपाल आर्मी से हेलिकॉप्टर की मदद से फंसे हुए लोगों तक मदद पहुंचाने की अपील की है.
इस मामले में फसे हुए नागरिकों के परिजनों की सुविधा के लिए विदेश मंत्रालय ने हॉटलाइन नंबर भी जारी किए: +977-9851107006, +977-9851155007, +977-9851107021, +977-9818832398. कन्नड़भाषियों के लिए हॉटलाइन नंबर +977-9823672371, तेलुगु भाषियों के लिए +977-9808082292, तमिल लोगों के लिए +977-9808500642 और मलयालम भाषियों के लिए +977-9808500644. क्रमांक जारी करते हुए राहत प्रदान की है.
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट द्वार बताया कि नेपाल में भारतीय दूतावास ने नेपालगंज और सिमीकोट में प्रतिनिधि तैनात किए हैं. वह तीर्थयात्रियों से लगातार संपर्क बनाए हुए हैं. ‘ यात्रियों को भोजन और रहने की वजह उपलब्ध कराई जा रही है. साथ ही सिमीकोट में बुजुर्ग तीर्थयात्रियों के लिए हेल्थ चेकअप की व्यवस्था भी की गई है.’