पुणे (तेज समाचार डेस्क). 1 जनवरी को कोरेगांव भीमा में हुई हिंसा के मामले में बुधवार को पकड़े गए पांच आरोपियों के माओवादी नेताओं से संबंधों का खुलासा हुआ है. पुलिस जांच में ऐसे अनेक सबूत पुलिस को मिले है, जिससे इन आरोपियों के माओवादियों से संबंधों का खुलासा हुआ है. दूसरी ओर बुधवार को नागपुर से गिरफ्तार सुरेंद्र गडलिंग 14 जून तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है.
– एल्गार परिषद से सुलगी थी आग
उल्लेखनीय है कि शनिवारवाडा के पास कबीर कला मंच और रिपब्लिकन पैंथर की ओर से 31 दिसंबर 2017 को एल्गार परिषद का आयोजन किया गया था. इस परिषद में बुलाए गए वक्ताओं ने उस समय भडकाऊ भाषणबाजी की थी. जिसके परिणाम स्वरूप 1 जनवरी को शौय दिवस के दिन भीमा-कोरेगांव में हिंसा भड़क उठी थी. इस आयोजन के पीछे माओवादियों का संबंध होने की दिशा में पुलिस जांच कर रही थी. जांच के दौरान विद्रोही मासिक के संपादक सुधीर ढवले, सुरेंद्र गडलिंग, नागपुर विद्यापीठ की प्राध्यापिका शोमा सेन, रोना विल्सन और भारत जनआंदोलन संगठन के कार्यकर्ता महेश राऊत नाम सामने आए. पुलिस ने इन लोगों के बारे में पर्याप्त सबूत और जानकारी जुटाने के बाद बुधवार को इन सभी को गिरफ्तार कर लिया.
– नागपुर से गिरफ्तार हुआ था गडलिंग
बुधवार की सुबह गडलिंग को नागपुर में गिरफ्तार करने के बाद गुरुवार को तड़के उसे शिवाजीनगर जिला अदालत में पेश किया गया, जहां सुबह 5 से 7 बजे तक हुई सुनवाई के बाद अदालत ने उसे 14 जून तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है. अन्य आरोपियों सुधीर ढवले, प्राध्यापिका शोमा सेन, महेश राऊत और रोना विल्सन को दोपहर के बाद अदालत लाया गया. इन सभी को भी अदालत ने 14 जून तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है.
– छापे में मिले आपत्तिजनक दस्तावेज
जिला सरकारी वकील उज्ज्वला पवार ने पुलिस की ओर से अपना पक्ष रखा. उन्होंने अपने तर्क में कोर्ट से कहा कि आरोपी गडलिंग माओवादी संगठन सीपीआई का सक्रीय कार्यकर्ता है. पुलिस ने जब उसके घर पर छापा मारा, तब 81 आपत्तिजनक दस्तावेज वहां से पुलिस को मिले है. इन दस्तावेजों में महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ की सुरक्षा व्यवस्था के नक्शे पुलिस को मिले है. पुलिस को आशंका है कि इन नक्यों को सीपीआई तक पहुंचाया गया था. इस समय पुलिस को कोरेगांव भीमा हिंसा के भी सबूत मिले है. पुलिस को आरोपी से कुल 16 मुद्दों पर पूछताछ करना अनिवार्य है. इसलिए आरोपी को पुलिस कस्टडी की मांग एड. पवार ने की. इस समय आरोपी के वकील मालवीय ने भी अपना तर्क रखा, लेकिन अदालत ने एड. मालवीय के तर्कों को नजरंदाज करते हुए आरोपी को पुलिस हिरासत में भेज दिया.
– प्रकाश आंबेडकर से भी सबंधों की आशंका
पुलिस ने खुलासा किया कि आरोपी के प्रकाश आंबेडकर से भी संबंध है. इस संदर्भ में भी कुछ दस्तावेज पुलिस को मिले है. हालांकि इस दिशा में जांच अभी जारी है. रोमा विल्सन के कम्प्यूटर से भी कुछ आपत्तिजनक महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले है. इसमें मिलिंद तेलतुंबडे द्वारा रोमा विल्सन को लिखे पत्रों का भी समावेश है. इन दस्तावेजों के जांच के बाद आगे की कार्रवाई का निर्णय लिए जाने की जानकारी पुलिस द्वारा दी गई.