खतौली-मुजफ्फरनगर. मुजफ्फरनगर रेल हादसे में सामने आयी रेल प्रशासन की लापरवाही पर रेल मंत्रालय ने सख्त नाराजगी व्यक्त करते हुए रविवार रात DRM दिल्ली, GM नॉर्दन रेलवे और इंजीनियरिंग विंग के सीनियर अफसर को छुट्टी पर भेज दिया गया. इसके अलावा चार अफसरों को सस्पेंड किया गया है. चीफ ट्रैक इंजीनियर का ट्रांसफर कर दिया गया है. रेलवे बोर्ड के सीनियर मेंबर ने कहा कि इस बात की भी जांच की जाएगी कि मेंटेनेंस वर्क के लिए परमिशन ली गई थी या नहीं. दूसरी ओर, रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने रेलवे बोर्ड चेयरमैन को कहा था कि रविवार को हर हाल में ये बताएं कि हादसे के लिए जिम्मेदार कौन है?
ज्ञात हो कि शनिवार शाम को पुरी से हरिद्वार जा रही उत्कल एक्सप्रेस यूपी के खतौली में पटरी से उतर गई थी. इस हादसे में 23 यात्रियों की मौत हो गई, वहीं 150 से ज्यादा जख्मी हुए.
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, रेलवे बोर्ड के मेंबर (ट्रैफिक) मोहम्मद जमशेद ने कहा, ”शुरुआती जांच में सामने आया है कि खतौली में ट्रैक पर मरम्मत का काम हो रहा था. जांच पूरी होने पर ही हादसे की असली वजह सामने आ सकेगी. अगर कोई मेंटेनेंस हो रहा था तो नियमों के मुताबिक इसकी जानकारी देनी होती है. पता लगा रहे हैं कि हादसे के लिए कोई टेक्नीकल फॉल्ट या मैनुअल सिस्टम जिम्मेदार है. जमशेद ने ट्रैक का दौरा करने के बाद बताया, हादसे से जुड़े एक ऑडियो क्लिप भी वायरल हो रही है, इसकी भी जांच कराई जा रही है. हादसे वाली जगह ट्रैक पर मेंटेनेंस में इस्तेमाल किए जाने वाले औजार मिले हैं. अगर कभी भी ट्रैक का मेंटेनेंस करना होता है तो इसकी जानकारी स्टेशन को देनी होती है और लिखित में परमिशन ली जाती है.”
– खराब है 200 मीटर का ट्रैक
जानकारी मिली है कि हादसे वाली जगह पर करीब 200 मीटर ट्रैक लंबे समय से खराब है. यहां दो दिन से काम चल रहा था. ट्रेन के ड्राइवर को कॉशन कॉल नहीं मिला. ढीली कपलिंग वाले ट्रैक से ट्रेन 105 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गुजरी और पटरी से उतर गई. अमूमन ऐसी जगह रफ्तार 15-20 Kmph रखी जाती है. दिल्ली डिवीजन के डीआरएम आरएन सिंह ने बताया कि उत्कल एक्सप्रेस के कुल 23 में से 13 डिब्बे पटरी से उतर गए. 6 कोच में ज्यादा नुकसान हुआ. हादसे के वक्त ट्रेन की स्पीड 100 Kmph से ज्यादा थी.
– क्रेनों की मदद से हटाई जा रही बोगियां
रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने भी बोर्ड को शाम तक हादसे के लिए जिम्मेदारी तय करने का ऑर्डर दिया है. प्रभु बारीकी से हादसे की जांच और राहत ऑपरेशन पर नजर रख रहे हैं. रेलवे के कर्मचारी पटरी से उतरे डिब्बों को हटाकर ट्रैक ठीक करने में जुटे हुए हैं. इसके लिए 140 टक क्षमता वाली क्रेनों की मदद ली जा रही है.
यूपी सरकार ने स्टेटमेंट जारी किया, “उत्कल एक्सप्रेस उड़ीसा से हरिद्वार जा रही थी. खतौली रेलवे स्टेशन आउटर के पास जोरदार झटका लगने से तिलकराम इंटर कॉलेज के पास अनियंत्रित होकर डिरेल हो गई. बीच की करीब 12 बोगी पटरी से उतर गईं. इनमें कुछ बोगियां आबादी में घुस गई, जहां कुछ मकान भी क्षतिग्रस्त हुए हैं. एक बोगी कॉलेज और एक बोगी घर में घुस गई.
– मुआवजे का एलान
यूपी सरकार ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपए और घायलों को 50-50 हजार रुपए मुआवजा देने का एलान किया. रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा, मृतकों के परिजनों को 3.5 लाख, गंभीर रूप से घायलों को 50 हजार और अन्य घायलों को 25 हजार रुपए मुआवजा दिया जाएगा. ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक ने मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख और घायलों को 50-50 हजार रुपए देने का एलान किया.
– प्रधानमंत्री ने भी जताया दु:ख
नरेंद्र मोदी ने इस हादसे पर दुख जताया. उन्होंने कहा कि मृतकों के परिवारों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं और मैं घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं.
– हेल्पलाइन नंबर
डीएम, मुजफ्फरनगर- 9454417574
एसएसपी, मुजफ्फरनगर- 9454400314
सीएमओ, मुजफ्फरनगर- 9412333612, 9634092001
एसपी सिटी, मुजफ्फरनगर- 9454401127
एसडीएम खतौली- 9454417008
सीओ खतौली- 9454401611
एसओ जीआरपी, मुजफ्फरनगर- 9454404449
रेलवे कंट्रोल रूम- 0131-2645238
आरपीएफ- 0131-2437160