नई दिल्ली (तेज समाचा डेस्क). इन दिनों पूरी दुनिया के मीडिया में भारत के हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, रूस के राष्ट्रपति ब्लादीमिर पुतिन ही छाए हुए है. विश्व के कद्दावर इन दिनों काफी आक्रामक नजर आ रहे हैं. हाल ही में विश्व के बड़े नेताओं को लेकर एक सर्वे किया गया है. इस सर्वे के नतीजे देखकर अच्छे-अच्छे लोगों के होश उड़े हुए है. सर्वे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर जो आंकड़े सामने आ रहे हैं, उससे मोदी लहर की चर्चा करने वाले लोग भी हैरान रह जाएंगे. इस सर्वे में पीएम मोदी के साथ चीन, अमेरिका, रूस के राष्ट्रपति, सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के साथ अन्य नेता भी शामिल हैं.
– किसी प्रांत की हार का मोदी पर नहीं पड़ेगा असर
गत दिनों उत्तर प्रदेश और बिहार के लोकसभा उपचुनावों में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा है. इस हार से भारत का मीडिया और विरोधी 2019 के चुनावों का आकलन करने लगे है. लेकिन सर्वे की रिपोर्ट इससे बिल्कुल अलग है. इस सर्वे में उपचुनावों में होनेवाली हार का पीएम मोदी की लोकप्रियता और उनके प्रभाव पर किसी तरह का कोई असर नहीं पड़ने वाला है. वर्ष 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में तो पीएम मोदी का प्रभाव बना ही रहेगा साथ ही 2024 में भी उनके सामने उन्हें टक्कर देने वाला कोई नहीं होगा. दुनिया भर के ताकतवर देशों के नेताओं की मौजूदा स्थिति और अन्य कारकों के विश्लेषण के आधार पर ‘ब्लूमबर्ग’ ने यह निष्कर्ष निकाला है.
– 2024 तक सत्ता में रहेंगे मोदी
पियू रिसर्च के आंकड़ों के मुताबिक नरेंद्र मोदी का ‘फेवरेवल रेट’ 88 प्रतिशत है, जबकि राहुल गांधी का मात्र 58 है. वहीं, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 39 प्रतिशत फेवरेवल और 40 प्रतिशत अनफेवरेवल हैं. ब्लूमबर्ग के विश्लेषण के मुताबिक पीएम मोदी भारतीय राजनीति पर अपना दबदबा कायम रखेंगे. भारत में वर्ष 2019 में होने वाले आम चुनाव में जीतने की पूरी संभावना है. ऐसे में वह 2024 या उससे ज्यादा समय तक सत्ता में बने रहेंगे.
– शी जिनपिंग और पुतिन की सत्ता भी बरकरारवहीं इस सर्वे में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के 2023 तक राष्ट्रपति बने रहने का रास्ता साफ हो चुका है. वहीँ इस सर्वे के अनुसार रूस की सत्ता पर पिछले 18 वर्षों से काबिज राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन अपने सभी प्रतिद्वंद्वियों को खत्म कर चुके हैं. उनका अगला राष्ट्रपति चुनाव जीतना लगभग तय है. ऐसे में वह 2024 तक सत्ता में बने रहेंगे.
– बढ़ रही डोनाल्ड ट्रंप की लोकप्रियता
अगर बात अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की करें तो सत्ता संभालने के बाद से बाजार में सरगर्मी दिखी है. बेरोजगारी दर पिछले 17 वर्षों में सबसे निचले स्तर पर आ गया है, लेकिन इसका राष्ट्रपति के समर्थन में तब्दील होना अभी बाकी है. चौदह महीने के कार्यकाल में ट्रंप को आधुनिक अमेरिकी इतिहास में राष्ट्रपति के तौर पर सबसे कम समर्थन मिला है. हालांकि, वर्ष 2020 में सत्ता में आने के लिए उन्हें वोट को अपने तरफ मोड़ना पड़ेगा.
– संयम रखे तो किम जोंग की उत्तर कोरिया में बादशाहत बरकरार
अगर बात किम जोंग की करें तो अमेरिका के साथ एक तख्तापलट, हत्या या युद्ध किम जोंग अन के लिए मुख्य जोखिम है लेकिन अगर उनमें से कोई भी उसे तबाह नहीं करता, तो वह दशकों तक उत्तरी कोरिया पर अपनी लोहे की पकड़ बनाए रखेंगे, जैसे उनके पिता और दादाजी ने किया. किम को अपने तीसवां दशक में माना जाता है, इसलिए उनका प्राकृतिक जीवनकाल एक और चालीस या पचास वर्ष तक आसानी से फैला सकता है.