जामनेर (नरेंद्र इंगले):तहसिल क्षेत्र के स्थानीय सहकारी संस्थाओ के एक के बाद एक आम चुनावो मे मंत्री गिरीश महाजन की अगुवायी वाली भाजपा समर्थन वाले पैनलो की हार की श्रुंखला बरकरार है . वहि राष्ट्रवादी काँग्रेस के प्रमुख विरोधी नेता संजय गरुड की जित का सिलसिला बना हुआ है . सहकार के इन चुनावो मे व्यापक संसाधनो के बावजुद आश्चर्य की बात यह है की भाजपा खाता भी नहि खोल पा रहि है . कीसी भी चुनाव की छोटी छोटी जित को मंत्रीजी के नाम पर भुनाने वाले पार्टी संगठन मे अब सहकार मे हो रहे पराजय का सेहरा आखिर कीसके सिर बाँधा जाएगा ? जनता मे यह भी कौतुहल का विषय है . शेंदुर्नी जिनींग सोसायटी के आम चुनावो मे मंत्रीजी के मार्गदर्शन मे भाजपा पैनल प्रमुख गोविंद अग्रवाल कुल 16 सिटो मे से एक भी सिट पर जित नहि दिला पाए है . वहि गरुड ने भाजपा के उत्तम थोरात , अशोक औटे को साथ लेकर 2 सिटे निर्वीरोध कर 14 सिटे करीब 1200 वोटो के अंतर से एकतर्फा जीत ली है . राजनीतीक जानकारो के मुताबीक सहकार के इन चुनावो के जरीये गरुड क्षेत्र मे सरकार मे शरीक होने का अवसर प्रदान करती जमीन को बेहद शिद्दत से तैय्यार करने मे जुटे है और उसमे उन्हे सफलता भी हासिल हो रहि है . वहि इन नतीजो से कथित तौर पर पनप रहि सरकार विरोधी लहर से आम जनमत भी काफी हद तक प्रभावीत होता नजर आ रहा है . अब 25 फरवरी को क्षेत्र की अहम ग्रामपंचायतो के चुनाव होने है जिसके बाद एप्रैल मे निगम का चुनावी दंगल सजेगा जिसके लिए शहर मे चलाए जा रहे विकास कार्यो के बदोलत मंत्रीजी पूर्ण समय नगर मे डटकर जनता के बीच संपर्क मे है . वैसे तो शहर के राजनीतीक गणित का फल निकालना अनूभवी चिकित्सको के लिए भी बडा जटील मसला है . ऐसे मे विपक्ष केवल सरकार विरोधी लहर के भरोसे टिका हुआ है . बहरहाल सहकार के नतीजो को विपक्ष सरकार की सिधी लडायी मे कीस तरह दोहरा पा सकेगा यह देखना रोचक होगा .