श्रीनगर. एनआईए ने कट्टरवादी अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी का करीबी देविंदर सिंह बहल एक भारतीय हाेने के बावजूद देश से गद्दारी कर रहा था और सेना की खुफिया जानकारी पाकिस्तान को पहुंचा रहा था. एनआईए की माने तो बहल कथित रूप से पाकिस्तान के उच्चायोग के संपर्क में था और खुफिया सूचनाएं पाकिस्तानी एजेंसी आईएसआई को मुहैया करा रहा था.
एक अंग्रेजी अखबार की खबर के मुताबिक एनआईए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि, ‘हमें शक है कि पाकिस्तानी उच्चायोग के लोगों के साथ संपर्क में रहने वाले देविंदर सिंह बहल ने पाकिस्तानी एजेंसी आईएसआई के जासूसों को खुफिया सूचनाएं देकर राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डाला है. उन्होंने बताया कि यह एक गंभीर अपराध है और इसकी जांच की जा रही है.
– बहल के पैतृक घर पर छापा
बता दें कि सोमवार को एनआईए ने कट्टरपंथी अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी के करीबी सहयोगी माने जाने वाले देविंदर सिंह बहल के पैतृक घर पर छापा मारा. यह छापेमारी पाकिस्तान स्थित आकाओं की ओर से अलगाववादियों को पैसे भेजे जाने के संदेह में की गई. एक अधिकारी ने बताया कि एनआईए के दल ने राजौरी जिले की नौशेरा पट्टी स्थित बहल के पैतृक घर में छापेमारी की.
– करोड़ों की बेनामी संपत्ति का खुलासा
जांच एजेंसी की माने तो बहल की जम्मू-कश्मीर के अलावा कई जगह करोड़ों की बेनामी संपत्तियों का पता चला है. मोबाइल फोन की कॉल डिटेल और लैपटॉप में दर्ज सूचनाओं की भी जांच-पड़ताल की जा रही है.
– कौन है बहल?
बहल ‘जम्मू ऐंड कश्मीर सोशल पीस फोरम’ का अध्यक्ष हैं, यह गिलानी के नेतृत्व वाले तहरीक ए हुर्रियत का ही हिस्सा है. इसके अलावा वह गिलानी के अलगाववादी संगठन के विधि प्रकोष्ठ का भी सदस्य हैं. वह गिलानी का करीबी सहयोगी हैं. आतंकरोधी जांच एजेंसी ने कहा था कि बहल आतंकियों की शवयात्राओं में भी नियमित तौर पर शामिल होता है.