गोरखपुर. राज्यसभा सांसद शिवप्रताप शुक्ल के केन्द्रीय मंत्रीमंडल में शामिल होने के बाद गोरखपुर स्थित उनके आवास पर जश्न का माहौल है. कभी हिंसा के लिए जाना जाने वाले गोरखपुर की तकदीर बदल रही है. लिहाजा सूबे के सीएम और एक केंद्रीय मंत्री भी इसी जिले ने दिया है.
सीएम बनने के बाद योगी आदित्यनाथ का संसद के अंदर का वह अंतिम भाषण सभी जेहन में होगा जब उन्होंने कहा था कि ‘जब वो पहली बार वो गोरखपुर से चुनकर संसद भवन पहुंचे थे तब जिले का नाम मात्र हिंसा के लिए पहचाना जाता है, आज स्थितियां बदल रही है.’
आज सुबह जैसी शिवप्रताप शुक्ला ने केंद्र सरकार में राज्य मंत्री की शपथ ली जिले में खुशी की लहर दौड़ पड़ी. बीआरडी मेडिकल कॉलेज में बच्चों की मौत से कराह रहे गोरखपुर को अब तस्वीर बदले की आस है. सीएम योगी आदित्यनाथ यहां सांसद रहने के बाद आज सूबे के मुख्यमंत्री हैं.
भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व द्वारा सांसद शिव प्रताप शुक्ला को केंद्रीय मंत्री बनाये जाने की घोषणा के बाद से उनके समर्थकों और शुभचिंतकों का जमावड़ा उनके बेतियाहाता स्थित आवास पर लगना शुरु हो गया.
समर्थकों ने आपस में एक-दूसरे को मिठाइयां खिलाकर ख़ुशी का इजहार किया और ढोल-नगाड़े की धुन पर डांस कर पठाखे फोड़ अपनी खुशी जाहिर की. इस दौरान कार्यकर्ताओ ने मोदी, अमित शाह, भारतीय जनता पार्टी जिन्दाबाद के नारे भी लगाए.
वीरबहादुर सिंह और महावीर प्रसाद के बाद गोरखपुर को लम्बे अर्से के बाद केन्द्रीय मंत्रीमंडल में अपने किसी नेता के शामिल होने की खुशी मिली है. 2019 के पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा मंत्रीमंडल के इस अंतिम विस्तार में शिवप्रताप को जगह मिलने से पूरे जिले में खुशी का माहौल है. लोगों का मानना है कि इसी जिले से मुख्यमंत्री व केन्द्रीय मंत्री होने से गोरखपुर का ही नहीं पूरे प्रदेश का सर्वांगिक विकास होगा.