नई दिल्ली (तेज समाचार डेस्क). वीडियोकॉन को कर्ज देने के मामले में जांच के घेरे में घिरी आईसीआईसीआई बैंक की मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ चंदा कोचर ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. कोचर के इस्तीफा देते ही बैंक के शेयर में 5 प्रतिशत का सुधार देखा गया है. कोचर ने बोर्ड से अपील की थी कि उन्हें जल्द रिटायरमेंट दे दिया जाए, जिसे मंजूर कर लिया गया.
– संदीप बख्शी 5 साल के लिए एमडी-सीईओ नियुक्त
बैंक की ओर से कहा गया है कि चंदा कोचर के इस्तीफे को स्वीकार कर लिया गया है. उनके खिलाफ चल रही जांच पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा. कोचर के इस्तीफा देने के बाद बैंक ने संदीप बख्शी को मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ बनाने का फैसला लिया है. उनकी नियुक्ति 5 साल के लिए होगी.
– वीडियोकॉन ग्रुप को कर्ज देने का मामला
आईसीआईसीआई ने कर्जदारों से बैंक के हितों के टकराव और फायदा पहुंचाने के व्हिसल ब्लोअर के आरोपों के बाद चंदा कोचर के खिलाफ स्वतंत्र जांच का फैसला लिया था. वीडियोकॉन को लोन देने के इस मामले में चंदा कोचर और उनके परिवार के सदस्यों की मिलीभगत का आरोप है। सेबी ने चंदा कोचर को इस संबंध में नोटिस भेजा था.
– 86 प्रतिशत कर्ज नहीं चुकाया गया
अखबार इंडियन एक्सप्रेस ने मार्च में दावा किया था कि वीडियोकॉन ग्रुप की पांच कंपनियों को आईसीआईसीआई बैंक ने अप्रैल 2012 में 3250 करोड़ रुपए का लोन दिया. ग्रुप ने इस लोन में से 86% यानी 2810 करोड़ रुपए नहीं चुकाए। इसके बाद लोन को 2017 में एनपीए (नॉन परफॉर्मिंग असेट्स) घोषित कर दिया गया. बाद में वीडियोकॉन की मदद से बनी एक अन्य कंपनी चंदा कोचर के पति दीपक कोचर की अगुवाई वाले पिनैकल एनर्जी ट्रस्ट के नाम कर दी गई। 94.99 फीसदी होल्डिंग वाले ये शेयर्स महज 9 लाख रुपए में ट्रांसफर कर दिए गए.