रांची ( तेज़ समाचार प्रतिनिधि ) – बिहार के बहुचर्चित नौ सौ पचास करोड़ रुपए के चारा घोटाले से जुड़े देवघर कोषागार से 89 लाख, 27 हजार रुपए की अवैध निकासी के मुकदमे में राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव समेत 16 अभियुक्तों को दोषी करार दिया है। जबकि कोर्ट इस मामले में तीन जनवरी को सजा का ऐलान करेगी। हालांकि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्र को बरी कर दिया गया है। कोर्ट के फैसले के बाद लालू को हिरासत में ले लिया गया और उन्हें सीधे रांची जेल भेज दिया गया। राजद सुप्रीमो लालू यादव इस बार नया साल जेल में ही मनाएंगे।
बहुचर्चित चारा घोटाले के फैसले का समय सुबह ग्यारह बजे तय था, लेकिन लालू यादव के वकील चितरंजन प्रसाद ने जानकारी दी थी कि ग्यारह बजे के बदले अब दोपहर तीन बजे तक फैसला सुनाया जाएगा। उसके बाद लगातार इंतजार जारी था और तीन बजे के बाद जज ने यह फैसला सुनाया। सभी आरोपियों के कोर्ट पहुंचते ही कोर्ट की कार्रवाई शुरू हुई और इस बहुप्रतीक्षित मामले में कोर्ट ने आज अपना फैसला सुनाया है। कोर्ट के बाहर काफी संख्या में राजद के नेता और कार्यकर्ताओं की भीड़ लगी रही।सीबीआई के जज शिवपाल सिंह ने लालू का फैसला सुनाया।
विदित हो कि चारा घोटाला का मुकदमा 20 साल से चल रहा है। इस दौरान 23 का संयोग उनका पीछा नहीं छोड़ रहा। 20 साल पहले चारा घोटाला में सीबीआई ने लालू प्रसाद यादव व डॉ. जगन्नाथ मिश्र सहित 55 आरोपियों के खिलाफ 23 जून 1997 को चार्जशीट दाखिल की थी। चारा घोटाला मामला सरकार के खजाने से 900 करोड़ रुपए की फर्जीवाड़ा का है। पशुपालन विभाग के अधिकारियों और राजनेताओं की मिलीभगत से इस घोटाले को अंजाम दिया गया था। इसमें पशुओं के लिए चारा, दवाओं आदि के लिए सरकारी खजाने से पैसा निकाला गया था।
पुलिस ने 1994 में संयुक्त बिहार के देवघर, गुमला, रांची, पटना, चाईबासा और लोहरदगा समेत कई कोषागारों से फर्जी बिलों के जरिए करोड़ों रुपये की अवैध निकासी के मामले दर्ज किए। धड़ाधड़ गिरफ्तारियां होने लगी तो पटना हाईकोर्ट ने संज्ञान लिया और जांच का काम सीबीआइ को सौंपा। तत्कालीन मुख्यमंत्री लालू प्रसाद भी चपेट में आ गए। देवघर कोषागार से निकासी मामले में लालू प्रसाद, जगन्नाथ मिश्र सहित 22 आरोपियों पर न्यायालय में ट्रायल चला है। कुल 34 आरोपियों के खिलाफ न्यायालय में चार्जशीट दाखिल किया गया था, जिनमें से कई का निधन हो चुका है, जबकि दो आरोपी सरकारी गवाह बन गए हैं।