नई दिल्ली ( तेज़ समाचार प्रतिनिधि ) – चीन के थिंक टैंक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विदेश नीति की तारीफ की है. चीनी थिंक टैंक ने कहा कि मोदी सरकार के नेतृत्व में भारत की विदेश नीति ‘धाक जमाने’ वाली और ‘गतिशील’ हुई है. इसके साथ ही उसमें जोखिम लेने की क्षमता में इजाफा हुआ है.
चाइना इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनैशनल स्टडीज सीआईआईएस जर्नल में छपे लेख के मुताबिक भारत-चीन संबंधों में मोदी के तीन सालों के कार्यकाल के दौरान सधी हुई मजबूती आई है. सीआईआईएस के वाइस प्रेसिडेंट रोंग यिंग ने कहा कि पिछले तीन सालों के दौरान भारत की कूटनीति ज्यादा ‘गतिशील’ और ‘धाक जमाने’ वाली बनी है, जो ‘मोदी डॉक्ट्रिन’ के तौर पर विकसित हुई है, जिसकी वजह से भारत नई परिस्थितियों में बड़ी ताकत के तौर पर उभरा है. सीआइआइएस चीन के विदेश मंत्रालय से जुड़ा है.
यह लेख ऐसे समय में सामने आया है जब डोकलाम विवाद को लेकर भारत-चीन के बीच करीब दो महीने से अधिक समय तक सैन्य गतिरोध की स्थिति बनी रही थी. इसमें कहा गया है, चीन और भारत के बीच सहयोग और प्रतिस्पर्धा दोनों की ही स्थिति है. आने वाले दिनों में प्रतिस्पर्धा और सह-अस्तित्व ही नियम बनेगा. यह भारत-चीन के बीच के संबंधों की यथास्थिति है, जो कभी नहीं बदलेगा. लेख में कहा गया है कि दोनों देशों को एक दूसरे के विकास के लिए रणनीतिक सहयोग में सहमति बनानी चाहिए. चीन भारत के विकास में बाधा नहीं है बल्कि यह भारत के लिए बड़ा मौका है. इसमें लिखा गया है, ‘चीन भारत के विकास को नहीं रोक सकता और नहीं रोकेगा. भारत के विकास में सबसे बड़ी बाधा खुद भारत ही है. वहीं चीन के लिए भारत काफी अहम पड़ोसी और अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था में सुधार के लिए अहम साझेदार है.