जामनेर (तेज समाचार प्रतिनिधि). निकाय चुनाव हुये महिना बीत जाने के बाद नगर मे युद्धस्तर पर चलायी जा रहि सभी परीयोजनाओ का कामकाज बिलकुल ठप्प सा हो गया है . वहि चुनाव से पहले सत्तापक्ष भाजपा ने इस चुनाव को मंत्री गिरीश महाजन कि आभा का विषय बनाकर बेहद महत्वपूर्ण बनाया था , नतीजो मे विपक्ष अपना खाता तक नहि खोल सका वहि भाजपा को सभी 25 सिटो पर अदभुत जीत भी हासिल हुयी दौरान प्रशासन ने भी मंजुर योजनाओ के बुनीयादी विकास को लेकर चलाये जा रहे काम मे खुद को इस कदर झोंक दिया कि जिसका फ़ायदा मंत्रीजी को प्रचार सभाओ के बीच मतदाताओ मे आश्वासक माहौल पैदा करने मे हुआ . निकाय के वोटिंग के पहले पुरे शहर कि जमीन पर रेंगते विभिन्न संसाधनो के कारण नगर जैसे कीसी युद्धभुमी मे तब्दील हो गया हो और बस कुछ दिनो मे सबकुछ बदल जाएगा ऐसा मंजर था . आज गली – मोहल्लो – कालनीयो के मुआयने और लोगो कि शिकायतो से पता चल रहा है कि विकास भुमी पर अब सन्नाटा पसारा हुआ है , तकनीकि संसाधन अचानक गायब हो चुके है , सुरंगी ड्रेनेज योजना का काम भले हि अंतीम चरण मे हो लेकिन उसके लिये उखाडी गयी 112 की.मी कि सडके जर्जर हो चुकि है , जिससे अगले माह दस्तक देने वाले मान्सून से आवागमन को लेकर निवासियो मे चिंता साफ झलक रहि है . प्रचार मे विपक्ष के निशाने पर रहि फ़ोरलेन परीयोजना का काम बेहद धिमी गती से संचालित किया जा रहा है जिसे आरंभ हुये 3 साल बीत चुके है .
डीवायडर के बीच बिठाये हायमास्ट लैम्प ने अब रात को टीमटीमाना बंद कर दिया है पर वजह किसी को पता नहि . विकास के नाम पर हमे ठगा तो नहि गया ऐसी प्रतिक्रियाए जनता मे व्यक्त होने लगी है , हारने के बाद जनता का आभारप्रदर्शन करने कि कर्तव्य परायणता से किनारा करते विपक्ष कि लोकतांत्रीक भुमीका से मतदाताओ का विश्वास उब सा गया है इस लिये उक्त समस्याओ को लेकर भला जनता उनसे क्या उम्मीद रख सकती है . निकाय कि नयी कार्यकारनी का पदारोहण समारोह शेष है . मंत्री महाजन द्वारा शाश्वत विकास कि परीभाषा को तेजी प्रदान करने कि मांग लोगो मे कि जा रहि है . नहि तो लोकतंत्र अपनी भुमीका निभाने मे सक्षम हो हि जाता है ऐसा कटाक्ष भी विचारको मे किया जा रहा है

