जामनेर (तेज़ समाचार प्रतिनिधि):शुक्रवार शाम 6 बजे बस स्टैंड पर बस मे सिट को लेकर दो यात्रीयो के बीच हुयी मारधाड मे एक महिला यात्री के घायल होने कि खबर है . मामले की भनक लगते हि महज 100 मीटर पर अपने सरकारी बंगले पर मौजुद दारोगा श्री नजीर शेख बूलेट से बस स्टैंड पहुचे जहा मारपीट करने वाले दोनो यात्रीयो को हिरासत मे लिया गया . चश्मदितो के मुताबीक पुणे से भुसावल जा रहि बस से यात्रा कर रहे कुर्हा पानाचे निवासी युवक बस से उररकर बाहर गया था कि इसी बीच बस मे चढे स्थानीय निवासी यात्री ने उसकी खाली सिट संभाल ली , युवक के वापस आने पर सिट को लेकर दोनो मे तू – तू – मै – मै शूरु हो गयी जिसका रुपांतर मारपीट मे हुआ , देखते हि देखते पुरी बस खाली हो गयी , करीब आधा घंटे तक किसी फील्मी सिन कि तरह बस मे मारधाड जारी रहि , झगडे मे एक महिला के घायल होने कि बात कहि गयी , दौरान कीसी ने स्थानीय यात्री को पीटता देख समर्थन मे उसके दोस्तो को खबर कि फीर क्या मजमा बढता गया और सभी यात्री स्टैंड के मैदान मे आतंकित होकर जमा हो गए . सहयोगीयो के बाद मौके पर पहुचे थानाध्यक्ष नजीर शेख ने उपद्रवीयो को हिरासत मे लिया और यात्रीयो को बस मे सवार कर आगे का यातायात सुचारु ढंग से परीचालित किया . स्टैंड पर भाजपा के नगरसेवक बाबुराव हिवराले कि उपस्थिती से पता चला कि इस मारपीट मे संलिप्त स्थानीय यात्री जामनेर पुरा इलाके से ताल्लुक रखता है .
स्कूली अवकाश तथा शादी सिजन के कारण बस स्टैंड पर हजारो यात्रीयो का आवागमन रहता है ऐसे मे यात्रीयो कि सुरक्षा के लिये बनायी गयी पुलिस चौकि बीते कई महिनो से कर्मचारी के अभाव से सुनी पडी है . वहि सिट जैसी सामान्य बात को लेकर बस मे बैठे किसी बाहरी यात्री से स्थानीय तत्वो द्वारा सिधे भिड जाने का हि नहि बल्की भिडतंत्र का प्रयोग करने का साहस भला किस के आशिष से पलफूल रहा है यह सवाल आम जनता मे पुछा जाने लगा है , क्या इसी संस्कृति के निर्वहन के लिये किसी नेताजी के हाथ जनता ने इस दिन के लिये मजबुत किये थे कि खुद को उनके समर्थक कहने वाले ऐसे कथित असामाजिक तत्वो को इस तरह आतंक मचाने कि खुली छूट बहाल कि जाए . नगर मे सिर उठाने को व्याकुल ऐसी संस्कृति का समय रहते उच्चाटन कि मांग आम नागरीको मे कि जा रहि है .