मुंगेर (तेज समाचार डेस्क). समय था रात ढाई बजे का, दिन था 1 मई. एक व्यक्ति मुंगेर कोतवाली बड़ी ही दीन अवस्था में पहुंचा और कोतवाली के मुंशी पप्पु कुमार से कहा, सर मेरे साथ होटल में मारपीट हुई है. मैं यहां नया हूं. होटल में रुका हूं. जल्दी चलिए. उस व्यक्ति की हालत देख कर मुंशी पप्पु कुमार ने युवक से पूछा उसके साथ किस जगह, किस होटल में मारपीट हुई है? लेकिन युवक होटल के नाम और स्थान से अनभिज्ञ होने की बात कह सिर्फ इस जिद पर अड़ा रहा कि उसके साथ मारपीट हुई है. जल्दी चलिए. इसके बाद मुंशी ने युवक को परेशान देख पास वाली कुर्सी पर बैठने और थोड़ा धैर्य रखने के लिए कहा.
मुंशी ने कहा आप पहले बैठें और घटना की जानकारी दें. मैं इस बात का पता करता हूं कि आपके साथ घटित होने वाली घटना मेरे थाना क्षेत्र में हुई है या किसी और थाना क्षेत्र में.
इसके बाद फिर से युवक ने उन्हें अपने साथ चलने के लिए कहा. युवक की बात सुन वहां बैठे अन्य पुलिस कर्मी थोड़ा गुस्सा होने लगे और कहा कि जब तक आप क्षेत्र नहीं बताएंगे हम आपकी मदद कैसे करेंगे. पुलिसकर्मियों ने युवक से कहा कि कोतवाली की गश्ती गाड़ी क्षेत्र में है, आप थोड़ी जानकारी मुहैया कराएं. जिससे मैं गश्ती दल को वहां भेज सकूं.
इसके साथ ही कोतवाली थाना के मुंशी पप्पू कुमार ने युवक को सादा कागज देकर अपने साथ हुई घटना की लिखित जानकारी देने के लिए कहा. उन्होंने युवक से कहा अगर आप क्षेत्र की जानकारी देने में असमर्थ हैं, तो रुकिए गश्ती गाड़ी आ रही है. आपके साथ भेज कर घटना की छानबीन की जाएगी .
युवक बड़े ही शांत स्वभाव से कोतवाली के मुंशी के सामने की कुर्सी पर बैठा रहा. इस दौरान युवक ने मुंशी द्वारा दिए गए सफेद पेपर पर कलम से दो बिंदी बनाई और उठ कर जाने लगा. बाहर निकल चबूतरे की सीढ़ी से उतरते हुए युवक ने कहा, मैं गौरव मंगला आपका नया एसपी हूं. इतना सुनते ही कोतवाली में उपस्थित पुलिसकर्मियों के होश फाख्ता हो गए. लेकिन मुंगेर पुलिस के बेहतर कार्यशैली और कोतवाली थानाध्यक्ष राजेश शरण के अच्छे पुलिसिंग का नतीजा था कि अब कोतवाली में पुलिस कर्मी आने वाले फरियादियों से अच्छा व्यवहार करते हैं. इस घटना की चर्चा पूरे क्षेत्र में है.