धुलिया (वाहीद काकर). रविवार की सुबह कब्रस्तान में दफन किया हुआ शव अचानक से जमीन फाड़ कर बाहर निकल आया. जैसे ही खबर बस्ती में पहुंची, शहर में सनसनी फैल गई. शव को देखने के जूना धुलिया स्थित आदिवासी भील समुदाय की दफन श्मशान भूमि में शव को देखने भीड़ उमड़ पड़ी.
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार पांझरा नदी किनारे विधायक अनिल गोटे की विकास निधि से नदी के दोनों किनारे साढे पांच किलोमीटर लंबी दूरी की सड़क मार्ग का निर्माण कार्य कराया जा रहा है. इस बीच में जूना धुलिया आदिवासी भील समुदाय की श्मशान दफन भूमि पर पिछले दिनों लोक निर्माण विभाग ने सड़क मार्ग निर्माण के दौरान दफन भूमि पर विकास की आड़ में अतिक्रमण के नाम पर आदिवासी समुदाय के कब्रिस्तान पर प्रशासन ने अतिक्रमण हटाने की आड़ में भावनाओं पर बुलडोजर चलाया था .
शनिवार की रात से लगातार शहर में जोरदार बारिश रविवार तड़के तक होती रही . मानसून की पहली बारिश में आदिवासी समुदाय की कब्रस्तान जमीन पर नमी होने के कारण जंगली जानवरों ने कब्र को खोद कर रविवार की सुबह एक शव को मिट्टी में से खिंच निकाला जिसे देखकर आदिवासी समुदाय की भावनाएं आहत होने की बात कही गई तथा इस प्रकार श्मशान भूमि में अनगिनत शवों को दफनाया गया है और इसी तरह प्रशासन की लापरवाही रही, तो भविष्य में और मुर्दों को जमीन में से खोदकर जंगली जानवर निकाल सकते हैं . प्रशासन ने जन साधारण व्यक्तियो की भावनाओं को ध्यान में रखकर उपरोक्त कब्रिस्तान की उचित सुरक्षा व्यवस्था कराने की मांग भील समुदाय ने तेज समाचार से बात करते हुए कही है.