जलगांव (तेज़ समाचार प्रतिनिधि):नीति आयोग की ओरसे दिल्ली में भारत के २०० युवा उद्यमियों के लिये चैम्पियन्स ऑफ चेंज यह परिषद आयोजित की गई। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के २०२२में भारत कैसा होना चाहिए इस संकल्पना में सॉफ्ट पॉवर, इंक्रेडिबल इंडिया, शिक्षा, मनुष्यबल विकास, स्वास्थ्य, डिजिटल इंडिया एवं नये भारत इस विषय पर चर्चा के लिये भारत के युवा उद्यमियों को आमंत्रित किया गया था।
विशेष महत्वपूर्ण बात यह है कि नया भारत २०२२ इस विषय अंतर्गत खेती के बदलते तकनीकिज्ञान एवं किसानों का जीवन उंचा करने के प्रयास इस संकल्पना की चर्चा के लिये जैन फार्मफे्रश फुड्स लि. के संचालक अथांग जैन को निमंत्रित किया गया था। उद्यमी एवं व्यावसायीक भारत में उद्योजकीय बदलाव, प्रगती कर सके ऐसों का चयन करने की जिम्मेदारी नीति आयोग पर सौंपी थी। सरकार ने विकास की दृष्टी से भारत के विविध क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रीत करने का निश्चत किया है।
दिल्ली में १७ अगस्त २०१७ को हुई एक बैठक में निजी क्षेत्र में बदलाव लाने के लिये क्या करना संभव है इस विषय पर विचार विमर्ष किया गया। केंद्रीय मंत्री एवं सचिव भी इस बैठक में मौजुद थे। इस चर्चा के बाद भी कुछ सिफारीशों का सारांश तैयार कर वह प्रधानमंत्री को प्रस्तुत किया गया। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने चैम्पियन ऑफ चेंज के उद्यमियों को संबोधित किया। उन्होने ऐसे उद्यमियों को भारत का प्रगत भारत में रूपांतर करने के लिये कटिबद्ध रहने के लिये कहा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके भाषण में शासन सुधारणा के बारे में यंत्रणा एवं उपाय यह विचार २०० सीईओ की सभा में प्रस्तुत किया। गरीबों में से गरीब लोगों के लिये भी उद्यमियों ने विचार करने का आह्वान प्रधानमंत्री मोदी ने किया।
इस परिषद में नीति आयोग के उपाध्यक्ष अरविंद पानगढीया तथा मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमिताभ कांत मौजुद थे। जैन फार्मफ्रेश फुड्स लिमीटेड के संचालक अथांग जैन यह श्री अनिल जैन के पुत्र एवं अशोक जैन के भतीजे का युवा उद्यमियों में चयन किया गया था। इस बीच केंद्रीय मंत्री अरूण जेटली, नितीन गडकरी, पियुष गोयल आदि गणमान्यों ने संवाद साधा। अथांग जैन ने युवा अवस्था में ही राष्ट्रीयस्तर के ध्येय-नीति की चर्चा शामिल होकर उनका कौशल्य एवं परिपक्वता का परिचय दिया। अथांग जैन यह प्रख्यात उद्यमी भवरलाल जेन के पोते है। अपने दादाजी के विचार एवं आदर्श वह आगे ले जा रहे है।