जलगांव (तेज समाचार प्रतिनिधि ): जिले का सांस्कृतिक विकास होने के लिये पठन के बारे में जागृती करना जरूरी है। इसके लिये शासन ने हर साल जिलास्तर पर ग्रंथोत्सव मनाने का निर्णय लिया है। इस ग्रंथोत्सव के माध्यम से ग्रंथालय जनजागृती मुहिम गांवस्तर पर पहुंचने में मदद होगी। शहरी एवं ग्रामीण इलाके के नागरिकों में पठनसंस्कृती में वृद्धी होने का प्रतिपादन जिलाधिकारी किशोरराजे निंबालकर ने किया। राज्य शासन के उच्च एवं तकनीकि शिक्षा विभाग, ग्रंथालय संचालनालय, महाराष्ट्र राज्य, मुंबई एवं जिला ग्रंथालय अधिकारी जलगांव के संयुक्त तत्वाधान में सरस्वती हॉल (लेवा बोर्डिंग) में जलगांव जिला ग्रंथोत्सव २०१७ का आयोजन किया है। इस ग्रंथोत्सव का उद्घाटन विधायक सुरेश भोले के हाथों फिता काटकर किया गया।
कार्यकम में अध्यक्ष के रूप में जिलाधिकारी किशोरराजे निंबालकर तथा प्रमूख अतिथी के रूप में महापौर ललीत कोल्हे, मंच पर सहायक ग्रंथालय संचालक, नाशिक आशिष ढोक, समिती के सदस्य जिला सूचना अधिकारी विलास बोडके, जिला प्रकाशक संगठन के प्रतिनिधी युवराज माली, महाराष्ट्र साहित्य परिषद के जिला प्रतिनिधी तानसेन जगताप, जिला ग्रंथालय संघ के कार्यवाह अनिल अत्रे, जिला ग्रंथालय अधिकारी तथा सदस्य सचिव प्रशांत पाटील उपस्थित थे। इस दौरान गणमान्यों ने ग्रंथप्रदर्शन दालन को भेंट देकर निरीक्षण किया। इस ग्रंथदालान में महाराष्ट्र शासन का मुखपत्र लोकराज्य कासिक सहित विविध मान्यवर प्रकाशकों के स्टॉल लगाये गए है। इसके बाद गणमान्यों के हाथों दीपप्रज्वलन कर कार्यक्रम की शुरूआत की गई। इस दौरान जिलाधिकारी निंबालकर ने कहा कि ग्रंथ यह गुरू होने के कारण ग्रंथालय से ज्ञानार्जन का कार्य होता है। पाठकों में पठन एवं साहित्य के बारे में रूची निर्माण करने का कार्य ग्रंथालय करते है। यह कार्य गांवस्तर तक जाने के लिये गांव-गांव में ग्रंथालय शुरू होने चाहिए। इसके लिये जिला ग्रंथालय कार्यालय ने स्वयं आगे आकर नागरिकों में पठनसंस्कृती बढ़ाने के लिये प्रयास करने चाहिए, जिसके चलते ग्रामीण इलाके में भी ज्ञानाधिष्ठित पिढी तैयार होने में मदद होगी।
उपस्थितों को मार्गदर्शन करते हुए ग्रंथोत्सव के उद्घाटक विधायक सुरेश भोले ने कहा कि शासन नागरिकों के लिये कईं लोकोपयोगी योजना चला रहा है। इन योजनाओं की जानकारी नागरिकों तक पहुंचाकर उन्हे इसका लाभ दिलाने के लिये यंत्रणा ने प्रयास करने चाहिए। कार्यक्रम की प्रस्तावना जिला ग्रंथालय अधिकारी प्रशांत पाटील ने कहा कि ग्रंथालय की इमारत के लिये शासन ने जगह उपलब्ध कराई है। इमारत निर्माण के लिये जिला नियोजन समिती के निधी से रकम उपलब्ध होगी। इस संदर्भ का प्रस्ताव तैयार करने का काम शुरू होने की बात श्री पाटील ने कही। इस बीच सुबह ९ बजे बहिणाबाई उद्यान से ग्रंथदिंडी निकाली गई। ग्रंथदिंडी का पुजन विधायक सुरेश भोले एवं जिलाधिकारी किशोरराजे निंबालकर के हाथों हुआ। इस दिंडी में शहर के विविध विद्यालयों के विद्यार्थी पांपरीक वेशभुषा में बड़ी संख्या में सम्मिलित हुए।
शहर के प्रमुख मार्ग से गाते-बजाते यह दिंडी रसरस्वती हॉल के ग्रंथोत्सव स्थल पर पहुंची। जहां इस दिंडी का विधीवत स्वागत किया गया। कार्यक्रम का संचालन एवं उपस्थितों का आभार रतन थोरात ने माना। दो दिन चलने वाले इस ग्रंथोत्सव में काव्य सम्मेलन, विविध विषयों पर परिसंवाद का आयोजन किया है। इसमें गणमान्य कवी, साहित्यीक सम्मिलित होंगे।
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