जलगांव. ऑल इंडिया ग्रामीण डाक सेवक संगठन की ओर से बहुत दिनों से अपनी विविध मांगों के लिए केद्र सरकार को ज्ञापन दे रहें हैं. लेकिन सरकार किसी भी तरह इन मांगों को गंभीरता से नहीं ले रही हैं. देश में करीब 3 लाख ५० ग्रामिण डाक कर्मचारी काम कर रहें हैं. इसमें जलगांव जिले में करीब ४०० कर्मचारी हैं. लेकिन इन्हें आजतक सरकार स्तरपर कोई भी लाभ नहीं दिया हैं. पोस्टखाते में शामिल करने के लिए संगठन की ओर से प्रयास शुरू हैं. इसलिए विगत ७ दिनों से तहसीलस्तर पर कामबंद आंदोलन शुरू हैं. २२ अगस्त को डाकमुख्यालय जलगांव को डाकसंघठन के द्वारा डा.बाबासाहब आंबेडकर पुतला से मौर्चा निकालकर डाक अधिक्षक बी.बी. चव्हाण को विविध मांगों का ज्ञापन सौंपा गया. इस समय संगठन अध्यक्ष विजय जाधव, एम. तांबोले, खजिनदार एन.टि.काले, सेक्रेटरी ज्ञानेश्वर पाटील, उपाध्यक्ष भटू गुजर, जितेंद्र सोनवणे, सचिव भानूदास वानखेड़े, भिकन सांळुखे, सुजित अहिरे, उमेश अहिरे, पांडुरंग कुलकर्णी, विजय पाटील, तुषार पाटील, सुनिल मालचे आदि विविध डाक सेवक मौजुद थे.
– ये इनकी मांगें
कमलेशचंद्र कमेटी की सिफारिश पर सुझाए बदल के अनुसार तात्काल लागु करें, ग्रामिण डाक सेवकों को ८ घण्टे का काम देकर पोस्टखाते में कायम किया जाए. डाक सेवकों को कॅट के अनुसार व मद्रास न्यायालय के अनुसार पेन्शन सुविधा लागु करें. ग्रामिण डाक सेवकों को जादा काम देकर उनका शोषण विभाग के द्वारा किया जाता हैं. इसलिए यह रूकना चाहिए. आदि विविध मांगो के लिए ज्ञापन डाक विभाग को सौंपा गया.