जल ही जीवन है, हम सब इस बात को बचपन से मानते आ रहें है. अब यदि कोई कहे कि जल जहर है, तो शायद यकीन न हो. लेकिन आयुर्वेद इस बात को साबित करता है. दिल्ली के सर गंगाराम हॉस्पिटल में बतौर कंसल्टेंट कार्यरत एमडी आयुर्वेद डॉ. परमेश्वर अरोरा ने अपने शोध कार्य से इस बात को सिद्ध भी किया है. उन्होंने चरक संहिता, सुश्रुत संहिता और आचार्य वारभट द्वारा रचित अष्टांग संग्रह का हवाला देते हुए जल के अधिक सेवन को शरीर के लिए नुकसानदायक बताया है. हाल ही में पुणे के विशेष दौरे पर पाए डॉ. परमेश्वर अरोरा ने विशेष बातचीत के दौरान पानी के गुण-दोषों पर चर्चा की.
– इस तरह नुकसान पहुंचाता है अधिक पानी का सेवन
डॉ. परमेश्वर ने बताया कि हमारा शरीर पांच तत्वों से मिलकर बना है. इसमें सबसे महत्त्वपूर्ण तत्व है अग्नि. हम जो भोजन करते हैं उससे हमें ऊर्जा मिलती है. भोजन पचाने के लिए शरीर में अग्नि होना बहुत जरूरी है. पानी की अधिकता या गलत टाइमिंग इस अग्नि को ठंडा करता है. फलस्वरूप भोजन बगैर पाचन के बड़ी आंत में पहुंचकर मलद्वारा बाहर हो जाता है. इससे अपचन शुरू होती है, जो हर बीमारी की जड़ बनती है.
– मधुमेह के मरीज पानी कम पीए
डॉ. अरोरा के अनुसार भोजन के सही पाचन से ही हमारे शरीर में इंसुलिन पैदा होता है. अब यदि पानी अधिक पीते हैं तो पाचन प्रक्रिया अधूरी रह जाएगी. इससे इंसुलिन नहीं बनेगा और यह शुगर पेशेंट के लिए नुकसानदायक है.
– अधिक पानी से नहीं मिटती पथरी
डॉ. अरोरा ने बताया कि, पथरी बन जाने के बाद कुछ लोग पानी का सेवन ज्यादा करने लगते हैं. यह छोटे साइज की पथरी में थोड़ा फायदा दे सकता है, लेकिन बड़े साइज की पथरी में यह उल्टा काम करता है. उन्होंने बताया कि पथरी के कारण पेशाब की नली का रास्ता संकरा हो जाता है. जब आप पानी ज्यादा पीते हैं, तो वह बाहर नहीं जा पाता. इससे किडनी के नीचे बनी थैली पर भार पड़ता है. फलस्वरूप किडनी डैमेज होने लगती है.
– शरीर की जरूरत के मुताबिक पीए पानी
पानी को हमेशा शरीर की जरूरत के मुताबिक पीना चाहिए. उदाहरण के तौर पर अगर आप दिन भर एसी में बैठ कर काम कर रहें है तो आठ गिलास पानी पीना जरूरी नहीं है. ये आठ गिलास गर्मियों के लिए सही है. आयुर्वेद और वेदों में कहा गया है कि सेहतमंद रहने के लिए कम से कम पानी पीना चाहिए. सबसे अच्छा है कि डाइजेशन की प्रक्रिया को सही रखने के लिए सुबह उठकर 1 गिलास गुनगुना पानी पीना चाहिए.
– अधिक पानी पीने से हो सकती है डायबिटीज
अभी तक डॉक्टर आपको अपने बीमारियों से बचने के लिए पानी खूप पीने की सलाह देते आए है. लेकिन डॉ. अरोरा ने अपनी रिसर्च के माध्यम से नई बात सामने लाई है. डॉ. अरोरा के अनुसार अगर आपने ज्यादा पानी पिया तो आप अनेक तरह की बीमारियों का शिकार हो सकते है. बीमारियां डायबिटीज, कीडनी रोग, ब्लड प्रेशर या पेट के अन्य रोग ये संभावित हो सकती है.
– आयुर्वेद जनजागृति कर रहे डॉ. परमेश्वर अरोरा
डॉ. अरोरा इस दिनों पूरे देश में आयुर्वेद को लेकर जनजागृति कर रहे हैं. विशेष रूप से पानी से होनेवाले फायदे और नुकसान के बारे में वे लोगों का मार्गदर्शन कर रहे हैं. डॉ. अरोरा के अनुसार हमारा देश वर्षभर में चार ऋतुओं का आनंद भोगता है. इन चार ऋतुओं के अनुसार ही हमारा खानपान होना चाहिए. लेकिन हमने अपनी दिनचर्या और हमारा खान-पान कथित विदेशी कंपनियों की गाइडलाइन के अनुसार तय किया है. हमें हमारे देश, हमारे शहर-गांव के मौसम और वातावरण के अनुसार अपना खान-पान तय करना चाहिए. डॉ. अरोरा बताते है कि हमारा आयुर्वेद हमारे स्वास्थ्य का ध्यान रखने में पूरी तरह से सक्षम है, इसलिए आयुर्वेद के अनुसार अपनी जीवनशैली तय करे, विश्वास रखिए आप ताजिन्दगी स्वस्थ रहेंगे.
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