जामनेर (तेज़ समाचार प्रतिनिधि ):हर साल मार्च के आखिरी पडाव मे कानून के सिपहसालारो द्वारा अवैध धंधो के खिलाफत मे चलायी उच्चाटन मुहिम तहत बतौर रेकोर्ड़ के लिए किसी नाटीका मंचन जैसे दर्ज कराये जाते फ़ौजदारी मामलो के दौरान भी प्रमुख रूप से फलता फूलता मटका बाजार सामान्य हद तक हि प्रभावीत होता है , जिसके बाद सब कुछ ठीकठाक किया जाता है . यह सिलसिला कोई नयी बात नहि है . लेकिन इस बार मटका बाजार पर गिरी कानूनी गाज कुछ और हि दास्तान बया कर रहि है , कुछ दिनो पहले राष्ट्रवादी कांग्रेस के युवा नेता अभिशेक पाटील के अगुवायी मे शहर के तमाम अवैध धंधो के खिलाफ पुलिस को निवेदन सौंपा गया जिसके बाद और शायद पहले भी मिडीया मे सुर्खिया बटोर चुके इस विषय से प्रशासन की काफी किरकिरी हो चुकी थी जो कुछ ज्यादा हि हो गयी . जलसंपदा मंत्री गिरीश महाजन के गृहनगर मे पनपते अवैध धंधे भला सुबे मे क्षेत्र की साख के लिए गौरव की बात कैसे हो सकते है . फीर देखना क्या था प्रशासन ने केवल मटका बाजार मे धरपकड अभियान चलाया वो भी प्रशासन के लिए पक्षपात का दंश देता दिखायी पडा .
अब आलम यह है की पुरा मटका बाजार आज से बंद कीया गया है , दुकानो मे मटका व्यवसाय मे व्यस्त रोजदार बेकार बैठे है , सुत्रो के मुताबीक थाना इंचार्ज भी नए पधार रहे है फीर तो बाजार मे अधिक मायूसी छा जाना स्वाभावीक है , क्यु की नए दारोगा को लेकर उनके अनूशासन वाली हवा हमेशा की तरह मार्केट मे बनायी जा चुकी है . अब इस पुरे मामले पर उठा संभ्रमीत सवाल उस जवाब के प्रतिक्षा मे होगा की आखिर बाजार कब तक बंद रहेगा ? लंबी देर तक इस पर सस्पेंस बना भी रहा तो हमेशा की तरह शहर परीपेक्ष के 10 की मी के दायरे मे संलिप्त गांवो कि यंत्रना से बाजार को ओपरेट किया जाएगा , फीर कार्रवायी और बंद कि नाटीका कीस के मनोरंजन के लिए की जा रहि है ? वैसे भी क्षेत्र मे मटके के अलावा कई ऐसे अवैध धंधे है जिनसे हजारो लोगो की जिन्दगी सकारात्मक और नकारात्मक भावना से जुडी हुयी है . और इन्ही भावनाओ को साख का मुद्दा बनाकर अवसरवाद को हथियार के रुप मे इस्तेमाल किया जाता रहा है . अवैध धंधो की इस मायानगरी के मोह से इस से जुडे तत्व अछूते नहि है , ऐसे मे इस पहेली को सुलझाने – उलझाने का बोध प्रासंगिकताओ से भरापुरा रहा है . बहरहाल आज के मटका बाजार बंद के साथ तहसिल के सभी अवैध धंधो को भी बख्शा नहि जाना चाहिए ऐसी व्यंगात्मक टीप्पनी जनता मे की जा रहि है .