जामनेर (नरेन्द्र इंगले). जामनेर तहसील एजुकेशन सोसायटी द्वारा संचालित एक कॉलेज में शुक्रवार को केकतनिंभोरा निवासी चेतन रामदास सोनवने (17) नामक छात्र ने आत्महत्या कर ली. चेतन की आत्महत्या के बाद कॉलेज के छात्रों का रोष उफन पड़ा. छात्रों का आरोप है कि कॉलेज के सीरियर छात्रों द्वारा अमानवीय तरीके से की गई रैगिंग से प्रताड़ित हो कर चेतन ने आत्महत्या की है. छात्रों के रोष और कॉलेज परिसर में तनाव को देखते हुए शनिवार को कॉलेज में पुलिस बल तैनात कर दिया गया.
जानकारी के अनुसार 12वीं कक्षा के कला शाखा के छात्र चेतन ने अपने निवास पर आत्महत्या कर ली थी. बताया जाता है कि कॉलेज में रैगिंग से चेतन काफी दु:खी था, जिसकी वजह से वह स्वयं को अपमानित महसूस कर रहा था. चेतन की मौत के बाद चेतन के रिश्तेदार और कॉलेज के अन्य छात्र सड़क पर उतर आए और कालेज प्रशासन के कर्मियों व वरिष्ठ छात्रों पर रैगिंग का गंभीर आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजे की और चेतन की मौत के लिए दोषियों पर कार्रवाई की मांग की. छात्रों की इस भीड़ ने कॉलेज के अध्यापकों और कर्मचारियों के साथ मारपीट का भी प्रयास किया. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए पुलिस को बुलाया गया. इसके बाद पुलिस के सामने ही छात्रों ने कॉलेज के गेट के सामने दोषियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरना दिया.
मामले की गंभीरता को देखते हुए मृतक के गांव केकतनिंभोरा में भी पुलिस तैनात रही. हालांकि स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन अभी भी कॉलेज के बाहर पुलिस बल को तैनात किया गया है.
– अखबारों की सुर्खियों में रहा है कॉलेज
जामरेर तहसील एजुकेशन सोसायटी द्वारा संचालित शिक्षा इकाईयों में गुटबाजी सदैव ही चर्चा का विषय रही है और आए दिन अखबारों की सुर्खियां बनी है. इसके पीछे स्थानीय नेताओं की राजनीति जिम्मेदार है. 100 करोड की स्थायी संपत्ति की धनी और राजनीतिक आशीर्वाद के बल पर गब्बर हो रही इस संस्था में किसी की भी रुचि होना स्वाभाविक बात है. लेकिन छात्र आत्महत्या जैसे संवेदनशील मामलों का जन्म लेना काफी गंभीर मामला है. शिक्षा संस्थाओं में देश का भविष्य अपने उज्ज्वल भविष्य के लिए पढ़ने के लिए आता है. इन्हीं छात्रों से देश का भविष्य है. लेकिन ऐसे माहौल में छात्र यदि आत्महत्या के लिए मजबूर होते हैं, तो यह काफी चिंता का विषय है. इस ओर शिक्षा विभाग व प्रशासन को गंभीरता से ध्यान देने की जरूरत है.