जामनेर (नरेंद्र इंगले):विकास के नाम पर निगम मे शतप्रतिशत सत्ता हासिल करने वाली भाजपा के सामने अब इसी विकास के सहारे रखी गयी उनकी जीत की निंव पर विकास की असली इमारत को तेजी से खडा करने की कठिण चुनौती है क्यो की आधे अधुरे तथा कार्यरत कामो के लिए प्रशासन की जंग अब प्रकृति से होगी . मान्सून ने क्षेत्र मे दस्तक दे दी है . जामनेर के अलावा तोंडापुर समेत आसपडोस के परीपेक्ष मे पहली बारीश ने हाजरी लगा दि है . नगर मे 70 करोड की लागत से बनने जा रहि सुरंगी नालियो की परीयोजना का काम लगभग अंतीम चरण मे आ पहुचा है जिसके तहत करीब 112 की मी की वो पक्की सडके बिचोबीच से पुरी तरह से उखाडी जा चुकी है जिन्हे बनाने और मरम्मत के नाम पर अब तक प्रशासन का करीब अंदाजन 100 करोड रुपया खर्च हो चुका होगा , इन्ही सडको को फीर से निर्माण कराने के लिए तकरीबन 60 करोड का खर्चा आएगा जिसके निधी का फीलहाल कोई प्रावधान फ़ाईलो मे नहि दिखायी पड रहा है . यानी 70 करोड की लागत वाली सुरंगी परीयोजना को मुकम्मल कराने के लिए उसकी लागत का दुगना खर्च प्रशासन को और परोक्ष रुप से टैक्स भुगतान करने वाली आम जनता को करना होगा .
बहरहाल उखडी सडको के गड्ढो मे बारीश के कारण होने वाले जलजमाव और उससे पैदा होने वाली दिक्कतो से ज्यादा लोगो को स्वास्थ से जुडे खतरे ने अधिक परेशान कर रखा है क्यो की बारीश मे जलजमाव से क्षतीग्रस्त सार्वजनीक जलवितरण प्रनाली से गंदा पानी नलको के जरीये सिधे लोगो के कीचन तक पहुचेगा और संक्रामक बिमारीयो का बोलबाला रहेगा . उसमे भी गड्ढो से होने वाले छोटेमोटे हादसे वह अलग बात रहेगी . आम चुनाव के दौरान मंत्री महाजन ने इसी सुरंगी परीयोजना और फोरलेन योजना के संचालन और इनकी मान्सून पूर्व आगामी प्रबंधन के ठोस आश्वासनो पर जनता से उनकी पार्टी को जिताने की अपील की थी जिसे लोग अभी तक याद करते नहि थकते , इस बीच विकास की धिमी गती और गुणवत्ता जैसे पहलुओ को लेकर जरासी आलोचना भर करने को वह भुलते नहि है और भुले भी भला क्यु ? आखिर टैक्स पेयर्स तो आम लोग हि है , लोकतंत्र मे उनका इतना तो हक जरुर बनता है .
तहसिल मे हर साल की 15 जून को दस्तक देती बारीश ने इस बार 1 जून को हि हाजरी लगायी है इस लिए 70 करोड की सुरंगो की लितापोती करने 60 करोड रुपयो का प्रावधान कर तत्काल सडके बनाना अब प्रशासन के लिए बेहद दुर की कौडी बतायी जा रहि है . इस लिए क्षतीग्रस्त जलवितरण व्यवस्था को चुस्तदुरुस्त कर सडको के गड्ढो को तत्काल भरने की मांग आवाम मे उठायी जा रहि है . वहि सुत्रो के मुताबीक इस मसले को हवा देकर कुछ संगठन सत्तापक्ष के खिलाफ अपना जनाधार मजबुत करने के प्रयास को बढावा देने के फीराक मे बताए जा रहे है . सितंबर मे शेंदुर्नी नगर पंचायत का पहला आम चुनाव होना है जिसमे स्वाभावीक रुप से जामनेर निगम के कार्यकलापो पर जमकर प्रचार कीया जाएगा और तब भी शाश्वत विकास और आश्वासक विकास के बीच जंग देखी जा सकेगी .