जामनेर (तेज समाचार प्रतिनिधि). वैशाख की चिलचिलाती धूप से इस समय हर कोई परेशान और हैरान है. इस भीषण गर्मी में ही पंचायत समिती के शिक्षा विभाग के कर्मचारी बीते तीन महिनों से बिना बिजली के काम करने को मजबूर है. विभाग का पूरा कामकाज कम्प्यूटर बंद होने के कारण ठप पड़ा हुआ है. अत्यावश्यक काम दूसरे विभागों के सहारे किए जा रहे हैं.
करोड़ों रुपयो की लागत से बनी पंचायत समिति की नई इमारत के दूसरे माले पर एक ही सभागार में स्वास्थ्य तथा शिक्षा ये दोनों विभाग अपना कामकाज संचालित करते है. कर्मियों के मुताबिक बीते तीन महीने से उनके विभाग की बिजली गुल है. जबकि पड़ोसी स्वास्थ्य विभाग में बिजली है. पता चला है कि करीब 16 हजार रुपए के बिल का भुगतान पंचायत प्रशासन ने अभी तक नहीं किया है, जिसके कारण बिजली बोर्ड ने बिजली सप्लाइ रोक दी है.
मामले को लेकर तेज समाचार संवाददाता ने शिक्षा अधिकारी आर. पी. दुसाने से संपर्क किया, तो उन्होंने बताया कि वह फिलहाल छुट्टी पर है. रही बात बिजली की, तो बोर्ड का बकाया भरने के लिए जिला प्रशासन को अनुदान की रकम के लिए पत्राचार किया गया है, जिसका जवाब प्रतिक्षारत है. शिक्षा विभाग की इस इकाई का कामकाज बिजली के अभाव से जहां बुरी तरह चरमरा गया है, वहीं कर्मचारीगण कागजी कामकाज के लिये कड़ी गर्मी के बीच दफ्तर में रहने को विवश है. नगर में करोड़ों रुपया खर्च कर प्रशासन की विभिन्न इमारतें तो बनायी जा चुकी है या कुछ प्रस्तावित है, लेकिन इन इमारतों के प्रशासन द्वारा डिजिटल भारत का सपना साकार करने हेतु मेज पर सजाये गए कम्प्यूटर जैसे तकनीकी संसाधन बिजली के कृत्रिम अभाव से शो-पीस साबीत हो रहे है और ठप कामकाज से सिस्टम के झटके सहने वाले आम लोग त्रासदी झेल रहे है.