सियोल (तेज समाचार डेस्क). उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग-उन की तानाशाही के क्रूरतम किस्सों में एक किस्सा उस समय जुड़ गया, जब किम ने अपने एक शीर्ष सेनाधिकारी को सरेआम 90 गोलियों से छलनी करवा दिया. किम ने इसका जिम्मा नौ लोगों को सौंपा, जिन्हें मौत की सजा सुनाई गई थी. लेफ्टिनेंट जनरल ह्योंग जू-सोंग पर जवानों को तय सीमा से ज्यादा खाना और ईंधन बांटने के आरोप लगे थे. पिछले दिनों उन्हें अधिकारों का गलत इस्तेमाल करने और देशद्रोह का दोषी ठहराया गया था. इससे पहले भी किम बैठक में झपकी लेने पर अपने रक्षा प्रमुख ह्योंग योंग को मरवा चुका है.
द सन अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, सैन्य अफसर को राजधानी प्योंगयोंग स्थित मिलिट्री एकेडमी में सजा-ए-मौत दी गई. ह्योंग ने 10 अप्रैल को एक सैटेलाइट लॉन्चिंग स्टेशन का निरीक्षण किया था. उन्होंने कहा था कि अब परमाणु हथियार और रॉकेट बनाने के लिए हम और भूखे नहीं रह सकते हैं. तब सेना के इस अधिकारी ने जवानों के परिवारों के लिए ज्यादा चावल और ईंधन बांटने के निर्देश दिए थे. इसके बाद तानाशाह को ह्योंग की यह बात नागवार गुजरी, किम के आदेश पर अफसर को सजा दी गई.