पुणे, सं. केंद्र द्वारा पूर्व मे की गई जनगणना में जैन समाज के लोगों की आबादी कम पाई गई है. इस वजह से हम केंद्र सरकार द्वारा पुन: जनगणना कराने की मांग कर रहे हैं. यह बात राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य एवं अखिल भारतीय श्री जैन श्वेतांबर मूर्तिपूजक युवक महासंघ के अंतर्राष्ट्रीय चेयरमैन सुनील सिंघी ने कही.
अखिल भारतीय श्री जैन श्वेतांबर मूर्तिपूजक युवक महासंघ द्वारा नेहरु परिसर स्थित दादावाड़ी जैन मंदिर के अहिंसा भवन में आयोजित राष्ट्रीय स्तर की बैठक में देशभर के जैन समाज के विभिन्न मंदिरों एंवं अन्य संस्थाओं के पदाधिकारी, ट्रस्टी पुणे के जैन मंदिरों एवं संस्थाओं के पदाधिकारी उपस्थित थे.
यहां युवक महासंघ की पुणे शाखा के अध्यक्ष सतीश शाह एवं पूना हॉस्पिटल के डायरेक्टर देवीचंद जैन के हाथों सुनील सिंघी को सम्मानचिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया. सिंघी ने कहा कि, केंद्र सरकार द्वारा सन् 2014 कराई जनगणना में जैन समाज की अबादी कम पाई गई है. जैन समाज की आबादी कम पाए जाने के पीछे कुछ कारण है. जैन समाज प्रतिशील समाज है मगर इस समाज में भी कई गरीब लोग है. उनकी समस्याओं को सुलझाने का प्रयास किया जा रहा है. इसके लिए शीघ्र ही देशभर में केंद्र सरकार एवं अल्पसंख्याक आयोगक के माध्यम से गांवों एवं शहरों में जनसुनवाई की जाएगी. जनसुनवाई में अतिक्रमण, यातायाजत, शिक्षा व सामाजिक समस्याएं दूर करने का प्रयास किया जाएगा. पुणे में भी जनसुनवाई होगी. उन्होंने अल्पसंख्याक आयोग द्वारा चालाई जा रहीं विभिन्न योजनाओं के माध्यम से लाभ उठाने के विषय में जानकारी दी.