नई दिल्ली ( तेज़ समाचार प्रतिनिधि ) – भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं राज्यसभा सदस्य डॉ. विनय सहस्त्रबुद्धे का अंतरराष्ट्रीय सांस्कृतिक संबंध परिषद अर्थात ‘आयसीसीआर’ के अध्यक्ष पद पर चयन किया गया. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने विगत तीन वर्ष से खाली पड़े इस पद पर डॉ. विनय सहस्त्रबुद्धे के नाम पर मुहर लगाते हुए यह नियुक्ति की.
विदित हो कि भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद् (भा.सां.सं.प.) की स्थापना स्वतंत्र भारत के प्रथम शिक्षामंत्री मौलाना अबुल कलाम आज़ाद द्वारा 1950 में की थी. इससे पहले अंतरराष्ट्रीय सांस्कृतिक संबंध परिषद के अध्यक्ष पद पर प्रो हुमायूं कबीर, एम.सी. छागला, डॉ जे.एन. खोसला, सरदार स्वर्ण सिंह, वाई.बी. चव्हाण, टी.एन. कौल, अटल बिहारी वाजपेयी, पी.वी. नरसिंह राव, आर वेंकटरमण, डॉ. शंकर दयाल शर्मा, वसंत साठे, के.आर. नारायणन, कृष्ण कांत, डॉ. (श्रीमती)। नजमा हेपतुल्ला व डॉ. कर्ण सिंह विराजमान रह चुके हैं. 18 अगस्त 2014 के बाद से यह पद रिक्त पड़ा हुआ था. यशवंत राव चव्हाण , वसंत साठे के बाद इस पद पर बैठने वाले डॉ. विनय सहस्त्रबुद्धे तीसरे मराठी होंगे.
डॉ. विनय सहस्रबुद्धे का जन्म 10 सितंबर 1957 को नासिक के एक मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ. उनकी प्रारंभिक स्कूली शिक्षा धुलिया में और बाद की शिक्षा नासिक स्थित त्रिंबक विद्या मंदिर में हुर्इ. डॉ. विनय सहस्रबुद्धे ने पुणे के एसपी कॉलेज से अपनी महाविद्यालय शिक्षा की शुरूआत की और इसके बाद वह मुंबर्इ के रामनारायण कॉलेज में पढ़े. महाविद्यालय से ही वह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सक्रीय कार्यकर्ता बन गए. विभिन्न पदों को विभूषित करते हुए वह सीनेट सदस्य पद तक पहुंचे वर्ष 1988-2006 के बीच के 18 वर्षों तक वे यूनिवर्सिटी ऑफ़ मुंबर्इ में सीनेट सदस्य रहे. पूना में प्रमोद महाजन की कल्पना से साकार किये गए राम भाऊ महाल्गी प्रबोधनी की स्तापना से अपना योगदान देते हुए आज डॉ. विनय सहस्रबुद्धे इसके उपाध्यक्ष हैं.
भाजपा के प्रमुख रणनीतिकार होने के बावजूद वे बेहद सरल स्वभाव और खुशमिजाज व्यक्तित्व के धनी हैं. डॉ. विनय सहस्रबुद्धे वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के महत्वपूर्ण पद आसीन हैं. उन्हें मध्यप्रदेश भाजपा का प्रभार भी सौंपा गया है. राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के तौर पर उन पर भाजपा सरकार के गुड गवर्नेंस, सेंट्रल और स्टेट गवर्मेंट प्रोग्राम कोर्डिनेशन और पॉलिसी रिसर्च इनिशिएटिव कार्यों की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है.
वह यशवंतराव चव्हाण एकेडमी में बोर्ड ऑफ़ गवर्नर्स के सदस्य, सरदार पटेल इंस्टीट्यूट आफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में एक्सपर्ट और सदस्य, दो सौ साल पुरानी मुंबर्इ एशियाटिक लायब्रेरी के उपाध्यक्ष, पुणे की आर्इटी कंपनी पर्सिस्टैंट में सोशल साइंटिस्ट,महाराष्ट्र सरकार की कमेटी के अध्यक्ष आदि पदों को भी सुशोभित कर चुके हैं.
डॉ. विनय सहस्रबुद्धे ने पत्रकारिता करते हुए भी अच्छी ख्याति अर्जित की है. जिसके परिणाम हैं की वह आज भी महाराष्ट्र टाइम्स, मानुस वीकली, आज दैनिक, लोकसत्ता, आपले महानगर, तरुण भारत, नागपुर व अन्य समाचार पत्र-पत्रिकाओं में बेबाक लेखन कर रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों वर्ष 2013 में प्रकाशित उनकी किताब ‘बियोंड ए बिलियन बैलट्स’ पीएचडी थिसिस पर आधारित है .