नई दिल्ली ( तेजसमाचार संवाददाता ) – भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता तरुण विजय के बयान पर सोमवार को विपक्षी दलों ने संसद में खूब हंगामा किया और सरकार से जवाब की मांग की। लोकसभा में नेता कांग्रेस मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, ‘आंध्र प्रदेश,केरल, तमिलनाडु में हर जगह काले रहते है। मैं जानना चाहता हूं की हम भारतीय है या नहीं? ये आप की विचारधारा को दिखाता है।’ मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, ‘आप बांटने की विचारधारा पर काम करते हैं। आप उनके खिलाफ क्या कार्रवाई कर रहे हैं ये बताइये। गाली देने के बाद आप कहते है की गलती हो गई। आप बतायें की आप क्या कार्रवाई कर रहे हैं। नहीं तो हम सदन के अंदर और बाहर प्रदर्शन करेंगे।’ खड़गे ने कहा कि क्या प्राथमिकी दर्ज कराई गयी है. उन्होंने यह भी कहा कि पूर्व राज्यसभा सांसद अपमानित करने के बाद कह रहे हैं कि गलती हो गयी माफ कीजिए.
गृहमंत्री ने कहा कि तरुण विजय ने अपने बयान पर माफी मांग ली है। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि हमारा देश धर्मनिरपेक्ष है. यहां किसी भी सूरत में जाति, वर्ण, धर्म और रंग के आधार पर भेद की इजाजत नहीं दी जा सकती, चाहे कोई कितनी ही बड़ी ताकत क्यों न हो. राजनाथ ने कहा कि जब उन्होंने माफी मांग ली है तो ‘इस सवाल को यहां उठाने का औचित्य नहीं है।’ गृहमंत्री ने यह भी कहा कि इन्हीं पूर्व राज्यसभा सदस्य ने यह बयान भी दिया था कि ‘‘मैं एक तमिल मां का दत्तक पुत्र हूं।’ राजनाथ ने कहा कि पूर्व सांसद ने 2015 के मानसून सत्र में संसद में कामकाज नहीं होने पर संसद के बाहर प्लेकार्ड दिखाते हुए तमिल कवि तिरवल्लुवर के रास्ते पर चलने का संदेश भी दिया था।
तरुण विजय ने क्या कहा था –
बीजेपी के पूर्व सांसद विजय ने अलजजीरा न्यूज चैनल से कहा कि भारत में अफ्रीकी लोगों पर हुए हमलों का नस्लवाद से कुछ लेना-देना नहीं है। इस बीच वरिष्ठ नेता तरुण विजय ने कहा की यदि हम नसल वादी होते तो हमारे साथ पूरा दक्षिण क्यों होता , अगर हम नस्लवादी होते तो हम उनके साथ क्यों रहते। हमारे आसपास अश्वेत लोग हैं।’ इसी बयान पर विवाद होने के बाद तरुण विजय ने मांफी मांगी थी। उन्होंने कहा था, ‘मेरे शब्द शायद सही संदेश देने के लिए पर्याप्त नहीं थे। मुझे बुरा लग रहा है, वास्तव में मुझे खेद है। मैं उनसे क्षमा मांगता हूं जिन्हें मैंने जो कहना चाहा, मेरी बात उससे अलग लगी।’