पुणे(तेज समाचार डेस्क). बड़े-बुजुर्ग कह गए है कि ये दुनिया आज भी इसलिए चल रही है, क्योंकि इस संसार में अभी भी अच्छे और ईमानदार लोग है. हाल ही में ऐसी एक घटना घटी, जिससे बुजुर्गों की बातों पर पूरा यकीन हो गया. ६५ वर्षीय एक दादी अम्मा ने बिना कोई लालच किए एक यात्री की २ लाख ५० हजार रुपए से भरी बैग लौटा दी. दादी अम्मा की ईमानदारी की चहुंओर प्रशंसा की जा रही है.
हुआ यू कि इस सिंधू सखाराम पडवल (६५, म्हालुंगे पडवल, आंबेगांव) नामक दादी अम्मा ने नारायणगांव बस स्टैंड पर गलती से किसी और यात्री की बैग उठा ली. थोड़ी देर बाद जब दादी अम्मा को इस बात का एहसास हुआ कि उन्होंने किसी और की बैग उठाई है, तब वे पुन: नारायणगांव लौट आयी और बैग पुलिस को सौंप दी. पुलिस ने जब बैग की तलाशी ली, तो उसमें सोने के गहनें, तीन मोबाइल व नकदी मिला कर करीब 2.50 लाख का सामान था.
पुलिस ने बताया कि जुन्नर के खामुंडी निवासी शीतल राहुल पंडित अपने पिता के साथ दौंड जाने के लिए नारायणगांव एसटी बस स्टैंड पर खड़ी थी. उनके पास की बैग में ७ तोले सोने के गहने, 3 मोबाइल व नकदी थी. कुछ देर बाद शीतल को बैग चोरी होने का ज्ञात हुआ. उन्होंने तुरंत ही नारायणगांव पुलिस थाने में चोरी की शिकायत दर्ज कराई. जब दादीअम्मा ने बैग लौटाई तब पुलिस ने यह बैग शीतल पंडित को बुला कर उन्हें लौटा दी. इस समय सहायक पुलिस निरीक्षक अजय गोरड ने दादीअम्मा का सम्मान किया.