अकोला(अवेस सिद्दीकी): विगत 26 जून से शहर की शालाओं के साथ ही विद्यालय महाविद्यालय का शैक्षणिक सत्र आरंभ हो चुका है एव मनचलों की हरकतों से स्कूली छात्राएं एवं अन्य युवतियां बेहद परेशान है। स्कूली छात्राओं के अलावा ट्यूशन और कॉलेज जाने वाली छात्राओं के लिए भी ये मनचले सिरदर्द बने हुए हैं इन मनचलों के हौसलें बुलंद है। जो छिटाकशी, अश्लील इशारों के साथ ही अब छात्राओं का दूर तक तेज गति की बाइक चलाकर पीछा करते भी आसानी से देखे जा सकते हैं किन्तु बदनामी के डर से छात्राएं पुलिस या घर में शिकायत करने से गुरेज करती है।
युवकों द्वारा भ्रष्टाचार के आरोप
अकोट फाइल के विद्यालय, शिवाजी कॉलेज परिसर, के एम असगर हुसेन विद्यालय परिसर,बस स्टैंड, शासकीय तंत्रशिक्षण विद्यालय परिसर,गर्ल्स आयटीआय कॉलेज, आदि विद्यालयो के परिसर में इन मजनुओं की सर्वाधिक जमघट देखी जा सकती है। जो पान ठेलों, चाय दुकानों में घात लगाए स्कूल कॉलेज की छुट्टी होने की राह ताकते हैं। विगत दिनों छात्राओं सेछेड़छाड़ के कुछ मामलों के साथ ही झगड़े के मामले भी थाने में पहुंच चुके हैं। अब यहीं आवारा लड़के अपने अन्य साथियों के साथ छात्राओं के चक्कर काटते और परेशान करते दिखाई देते हैं।सभ्य परिवार के युवा भी इस घिनौनी हरकतों में शामिल होने की जानकारी है। पैदल या साइकिल से जाने वाली छात्राओं को अकारण ही परेशान कर रहे हैं। नगर के गणमान्य नागरिकों ने इस विषय को गंभीरता से लेते हुएपुलिस द्वारा मुहीम चलाए जाने की मांग की है। दामिनी एव चिड़ी मार पथक द्वारा केवल खाना पूर्ती एवं पैसे ऐंठने के लिए करवाई किए जाने के आरोप युवक लगा रहे है। केवल दिखावे के लिए पथक के कर्मचारी विद्यालय के परिसर में कभी कभार नजर आ जाते है। किंतु अकोट फाइल विद्यालयीन परिसर में तो कभी पथक के दर्शन ही नही हुए।क्या किसी के डर से दामिनी पथक मनचलों पर करवाई करने से परहेज करती है। या कर्मचारियों को किसी बड़ी घटना का इन्तेजार है।आखिर कब शहर की छात्राओं को इन रोड रोमियों, मनचलो से राहत मिलेंगी?