अहमदाबाद (तेज समाचार डेस्क). दिल्ली से अहमदाबाद जा रहे गुजरात के व्यापारी के ड्राइवर और उसके साथी का दिल्ली-जयपुर हाईवे पर धारूहेड़ा से अपहरण कर 4.5 करोड़ रुपये लूट में सनसनीखेज मामला सामने आया है. इस वारदात को गुरुवार 20 सितंबर को अंजाम दियाग या. पुलिस ने इस लूट को अंजाम देनेवाले दिल्ली निवासी सलमान समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है.
-दाऊद का गुर्गो निकला लुटेरा
पुलिस की पूछताछ मे सलमान ने खुलासा किया कि वह इंटरनेशनल डॉन और मुंबई दंगों का आरोपी दाऊद इब्राहिम के खास खलील अहमद का भतीजा है. खलील अहमद को दाऊद इब्राहिम का खासा माना जाता है और वह गैंग का प्रमुख गैंगस्टर भी माना जाता है. वहीं, पुलिस ने बताया कि सलमान को 2 अक्टूबर को 1.30 करोड़ रुपये और 7.65 एमएम पिस्टल के साथ गिरफ्तार किया गया है. पूछताछ सलमान ने कबूला है कि उसे व्यापारियों के पास इतनी बड़ी रकम होने की जानकारी मिली थी. इसके बाद गैंग ने कार का पीछा करना शुरू कर दिया था.
– हाथ-पैर बांध कर खेतों में फेंक दिया
लूट के बाद कार चालक करण पटेल ने पुलिस में दर्ज शिकायत में कहा कि में अहमदाबाद की पी. विजय कंपनी में ड्राइवर हूं. दोस्त गजेंद्र राठौर के साथ 20 सितंबर को चांदनी चौक से कार में 4.5 करोड़ रुपए लेकर अहमदाबाद लौट रहा था. गुरुवार रात करीब नौ बजे गुड़गांव टोल क्रॉस कर धारूहेड़ा के पास पहुंचे थे कि साइड से एक गाड़ी करीब आई. एक ने होंडा सिटी गाड़ी आगे लगाई, पीछे से एक गाड़ी ने टक्कर मारी. इनसे करीब 12-15 लोग राइफल लेकर आए और गाड़ी सहित पैसे छीन लिए. हमें गाड़ी में बैठा कर पीटा और फिर राजस्थान की सीमा में खेतों में हाथ पैर बांध कर छोड़ दिया.
– संगवारी में मिली लूटी गई कार
इसके बाद केस दर्ज कर पुलिस, एसटीएफ व सर्विलांस टीमें जांच कर रही थीं. इससे पहले हरियाणा के नारनौल में गुजरात के व्यापारियों की लूटी हुई कार संगवारी के पास 28 सितंबर की रात को लावारिस हालत में बरामद हो गई थी, हालांकि पैसों के बारे में कुछ भी पता नहीं लगा था. वहीं, लुटेरों की गिरफ्तारी के लिए सीआइए सहित छह पुलिस टीमें अलग-अलग स्थानों पर दबिश दे रही थीं.
– ऐसे दिया लूट को अंजाम
घटनाक्रम के मुताबिक, दिल्ली-जयपुर हाईवे पर गांव कापड़ीवास के निकट तीन कारों में सवार एक दर्जन से अधिक बदमाशों ने अहमदाबाद की एक कंपनी के कर्मचारियों को हथियार दिखाकर बंधक बना लिया और साढ़े चार करोड़ रुपये लूट लिए. इसके बाद कर्मचारियों को बंधक बनाकर बदमाश उन्हें कार में इधर-उधर घूमाते रहे. बाद में देर रात जयसिंहपुर खेड़ा के निकट खेतों में फेंककर फरार हो गए. बदमाशों के चंगुल से छूटे कंपनी कर्मचारियों ने किसी तरह से खुद को बंधन मुक्त कराया और एक ढाबे पर जाकर कंपनी अधिकारी और पुलिस को वारदात की जानकारी दी.
– सीमा को लेकर पुलिस में टालमटोल
सूचना के बाद भी कई घंटों तक तो रेवाड़ी और गुरुग्राम पुलिस के बीच सीमा विवाद ही चलता रहा, लेकिन बाद में धारूहेड़ा थाने में कर्मचारियों की शिकायत पर अज्ञात बदमाशों के खिलाफ अपहरण, डकैती और आर्म्स एक्ट में मुकदमा दर्ज कर लिया था. पुलिस को पहले ही संदेह था कि बदमाशों को कार में रखी करोड़ों रुपये की नकदी की पूरी जानकारी थी. लूटपाट के समय बदमाशों ने उनका कई दिनों से इंतजार होने की बात कही थी. पुलिस ने लूट का मामला गुरुग्राम क्षेत्र का बताते हुए उन्हें गुरुग्राम लेकर पहुंची थी. बाद में सामने आया कि लूट का मामला कापड़ीवास के निकट का है. पुलिस ने दोनों की मोबाइल लोकेशन की जांच की, मामला धारूहेड़ा थाना क्षेत्र का निकला था.