दिल्ली. शाहदरा के फर्श बाजार में एक कॉन्स्टेबल की दिलेरी देख कर आप दंग रह जाएंगे. गश्त लगा रहे इस कॉन्स्टेबल ने न सिर्फ हथियार बंद बदमाशों को ललकारा बल्कि एक को अपनी रिवॉल्वर से घायल कर दिया, जबकि दूसरा बदमाश फरार होने में कामयाब रहा. करीब 10 फीट की दूरी से हुई इस मुठभेठ में गनिमत यह रही कि बदमाशों की गोली पुलिस कांस्टेबल को नहीं लगी और वह बाल-बाल बच गया.
गोलीबारी में जख्मी बदमाश मोनू और उसका फरार साथी उत्तर प्रदेश के फारूख के इंदिरापुरम के रहने वाले हैं. बदमाशों के पास से एक स्कूटी, एक तमंचा और कारतूस बरामद हुए हैं. पिछले 10 दिनों के भीतर दिल्ली पुलिस बदमाशों के बीच यह तीसरी मुठभेड़ की घटना है. मुठभेड़ की ये पूरी घटना वहां लगे सीसीटीवी में भी कैद हो गई.
– बदमाशों ने शुरू कर दी फायरिंग
शाहदरा जिले की पुलिस उपायुक्त नूपुर प्रसाद ने बताया कि बुधवार दोपहर कांस्टेबल विवेक बाइक से इलाके में गश्त कर रहा था. दोपहर ढाई बजे के करीब साहिबाबाद के भोपुरा का रहने वाला बदमाश मोनू अपने एक साथी के साथ बाइक से विश्वास नगर पहुंचा. पुलिसकर्मी ने दोनों बदमाशों को रुकने का इशारा किया, लेकिन बदमाशों ने कांस्टेबल पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. ये गोलीबारी सीसीटीवी में भी साफ दिखाई दे रही है. गनीमत ये रही कि बदमाशों की गोली पुलिस सिपाही को नहीं लगी, जबकि सिपाही की गोली लगने से बदमाश मोनू घायल हो गया. वहीं उसका साथी फरार हो गया. घायल बदमाश मोनू को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. फरार बदमाश की पहचान अब तक नहीं हो पाई है. पुलिस मोनू से पूछताछ कर उसकी पहचान करने का प्रयास कर रही है.
– कुख्यात बदमाश है मोनू
पुलिस की मानें तो बदमाशों ने तीन दिन पहले विश्वास नगर इलाके में एक स्नैचिंग की थी. वो वारदात सीसीटीवी फुटेज में कैद हो गई. आरोपियों की धर पकड़ के लिए सीसीटीवी फुटेज सभी पुलिस कर्मियों को दिखाए गए थे. इसके बाद से ही बीट इंचार्ज थाना इंस्पेक्टर और जिले की पुलिस आरोपियों पर पैनी नजर रखे हुई थी. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक मुठभेड़ के बाद पकड़ा गया मोनू एक कुख्यात बदमाश है. इसके खिलाफ उत्तर प्रदेश और दिल्ली में लूटपाट के कई मामले दर्ज हैं.
– गोलियों की आवाज से सहम गए लोग
फर्श बाजार के विश्वास नगर में अचानक हुई गोलीबारी से इलाके के लोग डर गए. दोनों तरफ से हो रही फायरिंग की आवाज सुनकर लोग अपने अपने घरों में घुस गए. राहगीरों, दुकानदानों और वहां रहने वाले लोगों को समझ ही नहीं आ रहा था कि अचानक ऐसा क्या हो गया कि जिसकी वजह से पुलिस को फायरिंग करनी पड़ रही है. थोड़ी देर बाद ही पुलिस के आला अधिकारी भी घटना स्थल पर पहुंच गए. तब जाकर लोगों को सारा माजरा समझ में आया.