धुलिया(तेज़ समाचार प्रतिनिधि): स्वच्छ भारत अभियान तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा समय समय पर स्वच्छता अभियान से प्रभवित धुलिया ज़िले की साक्री तहसील का सौ प्रतिशत दिव्यांग युवक गांव वालों को स्वच्छता अभियान चला कर जन जागरण कर रहा है. इस दिव्यांक का नाम प्रशांत बापू सोनवणे दोनों पैर से दिव्यांग हैं. भारत के पंतप्रधान नरेंद्र मोदी एवं भारत सरकार के स्वच्छ भारत अभियान का प्रचार एवं जनजागरण करते समय गावों में साईकिल पर सवार होकर सफाई का काम एक १९ साल का दिव्यांग युवक कर रहा हैं. निजामपुर गाव का प्रशांत दोनों पैर से दिव्यांक हैं. तीन बहनों का अकेला भाई जन्म से ही दिव्यांग हैं. उसके पिताजी की मृत्यू हुई हैं. उसकी मां खेत में जाकर मजुरी करके परिवार चलाती हैं. प्रशांत इयत्ता चौथी तक पढ़ाई की हैं. प्रशांत चल नहीं सकने की जानकारी निजामपूर के डा. रमेश येवले का मिली. २०१४ में डा. येवले ने उसे चारपहिए की साईकल दी. भारत के पंतप्रधान नरेंद्र मोदी ने राजघाट दिल्ली में २ अक्टुबर २०१४ को महात्मा गांधी के १४५ जयंती के अवसर पर स्वच्छ भारत अभियान को शुरूवात की थी. यहं अभियान २०१९ तक पूरा करने का संकल्प देश के सामने रखा हैं. एवं मन की बात रेडिओ पर मोदी का सफाई के बारें में भाषझज्ञ प्रशांत ने सुना. इस माध्यम से अपने गाव में भी शौचालय होना जरूरी हैं. तथा निजामपुर में सफाई करने के लिए गाव में घुमकर कचरा उठाना चाहिए. उसके मन में शंका थी की, में दोनों पैर से दिव्यांग होने से इस अभियान में कैसे शामिल हो सकता हु. फिर भी वहं साईकल से गाव में घुमने लगा. उसके मन में हमेंशा ही सफाई के बारेमें विचार आते रहते हैं. इसलिए रोज गावं में जाकर जहां गंदगी दिखाई देती वहां सफाई करके कचरा गाव के बाहर फेकता हैं. उसने कहां की, मुझे मोदीजी के स्वच्छता अभियान का प्रचार एवं जनजागरण करना हैं. उसका गावों में बिमारी का खतरा ना हो, गांव स्वच्छ एवं अच्छा हो यहं एकमेव हेतु हैं. गाव में खुद का घर नहीं तथा रोजगार भी नहीं हैं. इसलिए पंतप्रधान नरेंद्र मोदीजी के पंतप्रधान आवास योजना से घरकु ल मिले तथा मां को संजयगांधी योजना की पेशन मिलने के लिए ही स्वच्छ भारत अभियान की जनजागृती ग्रामिण इलाकों में कर रहा हु. ऐसा भी प्रशांत ने कहा.