जलगांव. अमूमन पुलिसवालों की छवि आम आदमी की नजरों में अच्छी नहीं होती. क्योंकि आजकल पुलिस को देख कर अपराधी नहीं बल्कि आमआदमी दहशत में आ जाता है. लेकिन सभी पुलिसवाले ऐसे नहीं होते. क्योंकि कुछ पुलिसवाले अपने कर्तव्य को पूरी निष्ठा के साथ निभाते है. इसके साथ ही कुछ पुलिसवाले ऐसे भी होते है, जो कुछ अलग हटकर समाज के प्रति भी अपना दाइत्व निभाते है और दूसरों के लिए मिसाल बन जाते है. ऐसे ही एक पुलिसकर्मी है गिरड के अशोक भगवान पाटिल, जिन्होंने अपने गांव के युवाओं की कला को प्रोत्साहित करने और रोजगार उपलब्ध कराने के लिए अपने पैसों से ढोलताशा पथक की स्थापना की. ठाणे शहर पुलिस थाने में तैनात अशोक पाटील ने एक अलग प्रयोग शुरू किया हैं. नोकरी लगने से पहले १९९९ में उन्होंने गांव में ढोल-ताशा दस्ता स्थापन किया था. २००० में वह मुंबई में पुलिस में भरती हुए. इसलिए यहां उनका ढोलताशा पथक बंद हो गया था. ऐसा होने पर भी उनकी संगीत के प्रति चाहत कम नहीं हुई. मुंबई एवं ठाणे से ढोलताशा दस्तों की रचना एवं बजाने का तरीका उन्होंने देखा और गांव के पुराने दिनों की यादों ने उन्हें घेर लिया. अपने गांव में भी ऐसे ही दस्ते की स्थापना करने का विचार उन्होंने किया. उसके लिए पाटिल ने हर माह की तनखा से कुछ रकम बचाना शुरू किया. इसके अलावा नौकरी संभालकर रौद्रशंभू ढोल ताशा पथक में वे ढोल बजाने लगे. जैसा समय मिलता वैसे ढोलताशे का अभ्यास करते. इतना करने के बाद उनके सपने पूरी बुलंदी पर थे. अपने गांव गिरड में अपने दोस्त नीलकंठ खैरनार के सामने उन्होंने ढोलताशा पथक शुरू करने का विचार रखा. खैरनार का सहयोग मिलने के बाद उन्होंने संगीत में रुचि रखनेवाले गांव के युवाओं की एक टीम बनाई और २ अक्टूबर २०१७ को गिरड में साई गर्जना ढोलताशा पथक की स्थापना की. इस दस्तें में 3५ से ४० युवकों को उन्होंने शामिल किया.
– जरूरतमंद बच्चों की मदद
पाटिल ने बताया कि अभी यह शुरुआत है. इस पथक से होनेवाली आय का कुछ हिस्सा वे अपने कलाकारों को मानधन के रूप में देंगे व शेष राशि गांव के जरूरतमंद गरीब बच्चों की शिक्षा पर खर्च करेंगे. विशेष बात की सभासदों ने अपने नियमित काम और व्यवसाय करते हुए ढोलताशा दस्ते में काम करना हैं. ऐसा नियम बनाया गया हैं. हर सभासद को पहचान पत्र दिया गया हैं. समाज की और जरूरतमंदों की सेवा करने के लिए इस दस्ते की स्थापना की गई हैं. इसमें से मिलने वाली आय से जरूरतमंद बच्चों की स्कूल की फीस भरी जाएगी.