दिल्ली (तेज समाचार डेस्क). केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने कश्मीर के विवादित मुद्दे का ‘स्थायी समाधान’ खोज लिया है. उन्होंने साथ ही कहा कि देश की भौगोलिक सीमा के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा.
राजनाथ ने कश्मीर समस्या पर बातचीत के लिए अलगाववादी संगठनों को आमंत्रित करने की बात खारिज करते हुए कहा कि जो भी ‘विकास और शांति’ पर बात करना चाहता है, उसका स्वागत है.
राजनाथ ने कहा, ‘हमने कश्मीर समस्या सुलझाने के लिए स्थायी समाधान खोज लिया है. इस पर पहल शुरू कर दी गई है. हम आगे बढ़ रहे हैं.’
भाजपा द्वारा केंद्र की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार के तीन वर्ष के कार्यकाल की उपलब्धियों को रेखांकित करने के लिए आयोजित एक समारोह से इतर पत्रकारों के एक समूह से बात करते हुए राजनाथ सिंह ने आईएएनएस के एक सवाल के जवाब में जम्मू एवं कश्मीर समस्या के स्थायी समाधान का ब्योरा देने से इनकार कर दिया.
जब उनसे पूछा गया कि क्या यह स्थायी समाधान ‘राजनीतिक’ होगा तो उन्होंने कहा, ‘अभी इस पर सार्वजनिक तौर पर बात करना जल्दबाजी होगी. मैं इस पर मीडिया से चर्चा नहीं करना चाहता.’ उन्होंने कहा, ‘कश्मीर जल रहा है और यह दशकों पुरानी समस्या है.’
– कश्मीर के हालात के लिए चरमपंथी जिम्मेदार
कश्मीर में हाल के वर्षो में बिगड़े हालात के लिए राजनाथ सिंह ने बढ़ते चरमपंथ को जिम्मेदार ठहराया. कश्मीर घाटी में प्रशासन ने शनिवार को मोबाइल फोन पर इंटरनेट सेवा बंद कर दी जबकि प्रीपेड मोबाइल फोन पर आउटगोइंग कॉल भी बंद कर दी गई. रविवार सुबह सभी मोबाइल फोनों पर इनकमिंग और आउटगोइंग कॉल बंद कर दी गईं. फिलहाल, सिर्फ पोस्टपेड बीएसएनएल मोबाइल फोन ही काम कर रहे हैं.
बारामूला से बनिहाल के बीच रेल सेवाएं बंद हैं. रविवार को होने वाली सिविल सर्विस (न्यायिक) परीक्षाएं टाल दी गईं. कश्मीर विश्वविद्यालय और इस्लामिक यूनिवर्सिटी आफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी की सभी परीक्षाएं भी टाल दी गई हैं. अलगाववादियों के हड़ताल के आह्वान के कारण सड़कों पर सार्वजनिक व निजी वाहन नहीं दिखे. कश्मीर घाटी में सोमवार को सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद रखने के आदेश हैं. श्रीनगर के जिलाधिकारी फारूक अहमद लोन ने कहा कि कर्फ्यू सोमवार को भी जारी रहेगा.