धुलिया (वाहीद कक्कर). धर्मा पाटील आत्महत्या कांड किसान सभा तथा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने किया सरकार का निषेध भूमि अधिग्रहण मुआवजे की मांग को लेकर एक 85 वर्षीय किसान ने मंत्रालय में जहर खाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया था जिसमें उनकी बीती रात दर्दनाक मौत हो गई ।भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने इसे किसानों के प्रति उदासीनता बताया है । मंगलवार की सुबह जिलाधिकारी कार्यालय के सामने एक दिवसीय विरोध प्रदर्शन किया गया । इस दौरान कम्युनिस्ट पार्टी ने बताया है कि कृषि प्रधान देश में भूमि अधिग्रहण के पैसों के लिए किसान को आत्मा हत्या करना पड रही यह निंदनीय है । जान गंवाने के बाद सरकार बोलती है कि किसान पर किसी तरह की नाइंसाफी नहीं होने देंगे । वही दूसरी ओर समृद्धि महामार्ग के मामले में भी राज्य के दस ज़िलों के किसान भूमि अधिग्रहण कानून लागू नहीं किया जा रहा है जिससे सरकार की दोहरी नीति किसानों के खिलाफ है । जिलाधिकारी दिलीप पांढरपट्टे को सौपे ज्ञापन में कहा गया है कि सरकार ने किसानों के हितों का विचार करना चाहिए और धर्मा पाटील आत्मा हत्याकांड का किसान सभा तथा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के मदन परदेसी हीरा लाल सापे रमेश पारोलेकर वसंत पाटिल हीरालाल परदेसी आदि ने किया है ।