धुलिया (तेज़ समाचार प्रतिनिदी ):किसान संगठन ने अपर कलेक्टर नंदकुमार बेडसे से मुलाकात किसानों के प्रलंबित तीन सालों के फसल के नुकसान के मुआवजे का भुगतान करने की मांग की है . ज़िला प्रशासन को सौपे ज्ञापन में किसान संगठन ने बताया है कि सन 2015-16 में सूखे की स्थिति पैदा हो गई थी जिसमे कुछ लाभार्थी किसानों को मुआवजे की राशि आवंटन किया गया था लेकिन इस मे बाकी के अन्य किसानों को अभी तक मुआवजे का भुगतान नहीं किया गया है .
2017 -18 में बोंड इल्लियों के प्रकोप से कपास की फसलें बर्बाद हो गई थी उसका भी हर्जाना प्रदेश सरकार ने पूरी तरह से अदा नही किया है . इस मे सरकार ने कृषि भूमि हेतु तेरा हजार पांच सौ रुपये प्रति हेक्टर इसी तरह से अकृषिक बंजर भूमि के लिए प्रति हेक्टेयर 6 हजार 8 सौ रुपये हर्जाना देने की मांग की गई है .
2013 -14 में बेमौसम बारिश के कारण खेत में खड़ी किसानों की फसलें ओलावृष्टि से बर्बाद हो गई थी जिसमें किसानों का हजारों रुपये का आर्थिक नुकसान पहुंचा था . ओलावृष्टि के चार साल होने के उपरांत अभी तक किसानों को मुआवजे की राशि का भुगतान प्रदेश सरकार ने नही किया है . जिसके कारण किसान आर्थिक संकट में खड़ा हो गया है. मौसम की मार और आर्थिक संकट गहराने से किसानों की आत्मा हत्या घटित हो रही है . प्रशासन से किसानों को हुए नुकसान का मुआवजा तुंरत अदा करने की गुलाब सिंह रघुवंशी मनोहर पाटिल संजू पटेल आत्माराम पाटिल गुणवंत पवार सुनील पवार नीलकंठ पाटिल प्रकाश पाटिल आदि ने अपर जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर की है