धुलिया (वाहिद काकर):जिले में रेत का अवैध उत्खनन और परिवहन थमने का नाम नहीं ले रहा है। जिले में रेत के अवैध कारोबार से कई लोग जुड़े हैं। बुधवार रात धुलिया के ललिंग टोल प्लाजा से निकल रहे एक डंपरों को जब्त किया गया है।जिस में क्षमता से अधिक अवधि लोड मात्रा में रेत भरी हुई थी.
जानकारी के अनुसार ताप्ती नदी से मुंबई की दिशा में जाने वाले डंपर एम एज 18बीए 0078 को मोहाड़ी पुलिस स्टेशन की नाक के नीचे से परिवहन करते हुए पटवारी ने ललिंग टोल प्लाजा के समीप दबिश देकर धर दबोचा है जिस में ने डंपर को रोका और ड्राइवर से रेत परिवहन की रायल्टी मांगी तो डंफर चालक के पास रेत परिवहन की रायल्टी नहीं मिली। पटवारी अमृत सिंह शिव सिंह राजपूत ने बिना रॉयल्टी के रेत का परिवहन कर रहे डंपर जब्त कर लिए। अवधान पटवारी की शिकायत पर मोहाड़ी पुलिस स्टेशन में पुलिस ने जब्त डंपर थाने में खड़े किए हैं। पुलिस द्वारा जब्त किए गए डंपर के खिलाफ अवैध रेत परिवहन का प्रकरण बनाया गया है। जिस में 8 ब्रास बालू और एक डंपर मिलाकर पुलिस के कब्जे में 3 लाख 80 हजार रुपये की सामग्री ज़ब्त की गई है। मामले का विवेचन पुलिस हेड कांस्टेबल दराडे कर रहे हैं ।
राजस्व विभाग की सख्ती भी नहीं आ रही काम
जिले में रेत का अवैध कारोबार जोरशोर से चल रहा है। लोग खुलेआम नदियों में खुदाई कर रहे हैं। हर रोज कई ट्राली और डंपर रेत, मुरम से भरकर जाते हैं। इसके बाद भी इन पर कोई सख्त कार्रवाई नहीं हो पाती है। पिछले दिनों से खनिज विभाग, राजस्व विभाग कार्रवाई कर रहा है लेकिन इस कारोबार पर लगाम नहीं लग पा रही है।
आरटीआई पुलिस की अनदेखी नही थम रहा अवैध परिवहन
जिलाधिकारी राहुल रेखावार की फटकार के बाद राजस्व विभाग कुंभकर्णी नींद से जाग उठा है । वही पर पुलिस और आरटीओ की नाक के निचे से प्रतिदिन बालू खनन माफिया अवैध रूप से दिनदहाड़े और रात के समय अवैध रूप से खनन और परिवहन कर रहा है। आरटीओ की फ्लाइंग स्कॉट वाहन सड़क पर दिन रात फ्लाइंग पहरा देते हुए नजर आती है किंतु उन्हें रेत से लदे ओवरलोड ट्रक डंपर दिखाई नहीं देते और जिले में स्थित पुलिस स्टेशन प्रभारियों को भी इन अवैध रेत के ट्रक परिवहन करते दिखाई नहीं देते हैं जिसके कारण अर्थ कारण बताया जाता है।
आखिर कब तक पर्यावरण की धज्जियां उड़ाते हुए ज़िले में पुलिस तथा आरटीओ की मूक सहमति से पर्यावरण का नुकसान होता रहेगा. ज़िला अधिकारी राहुल रेखावार ने इस मामले में कड़ी निगरानी रखने के साथ रात तथा सुबह के समय महामार्ग और ताप्ती नदी के घाटों काऔचक निरीक्षण करना चाहिए इस प्रकार की प्रतिक्रिया पर्यावरण तथा निसर्ग प्रेमियों ने तेज़ समाचार से बात करते हुए बताया है।