– अब तक 13 की मौत
कोझिकोड (तेज समाचार डेस्क). इन दिनों दक्षिण भारत में जानलेवा निपाह वायरस कहर बरपा रहा है. अब तक इस वायरस से 13 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 6 मरीजों की हालत बेहद गंभीर है और करीब 25 लोग इस वायरस से प्रभावित हो कर अस्पताल में भर्ती है. इसी बीच निपाह से पीड़ित मरीजों का इलाज कर रही नर्स लिनी को भी इस खतरनाक वायरस ने अपना शिकार बना लिया है. नर्स ने अपनी मृत्यु से पहले अपने पति को खत लिख कर बच्चों का ध्यान रखने के लिए कहा है.
– पेरांबरा अस्तपाल में हुई लिनी की मौत
केरल के कोझिकोड में निपाह वायरस से पीड़ित मरीजों की सेवा करते हुए नर्स लिनी अपनी जान गवां बैठीं. दरअसल, वे पेरांबरा तालुक अस्पताल में काम करती थीं. यह वह अस्पताल है, जहां इस वायरस से प्रभावित सबसे ज्यादा मरीज इलाज के लिए पहुंचे हैं. लिनी इन्हीं लोगों में से तीन की देखभाल कर रही थीं. तभी वह इस जानलेवा वायरस से संक्रमित हो गईं. जब उन्हें लगा कि वह बच नहीं पाएंगी, तो उन्होंने अपने पति को चिट्ठी लिखकर कहा, मैं तुमसे अब मिल नहीं सकती. अपने बच्चों का ख्याल रखना. केरल में इस वायरस से प्रभावित होकर मरने वालों का आंकड़ा 13 पहुंच चुका है. मंगलवार को दो और लोगों की मौत हुई. छह लोगों की हालत नाजुक बनी हुई है, जबकि 25 को निगरानी में रखा गया है. केरल के मुख्यमंत्री पी विजयन ने कहा कि लिनी की निस्वार्थ सेवा को हमेशा याद रखा जाएगा.
– परीवार को रखा स्वयं से दूर
पेरांबरा तालुक अस्पताल में काम करने वाली 31 साल की नर्स लिनी ने आखिरी वक्त तक अपने परिवार को खुद से दूर रखा था. ताकि परिवार वालों को संक्रमण न फैले. जब वे आखिरी सांस ले रही थीं, तब उनके परिवार में से कोई उनके साथ नहीं था. वे केरल के चेंबानोडा क्षेत्र की रहने वाली थीं. उनका अंतिम संस्कार हेल्थ डिपार्टमेंट के विद्युत श्मशान में ही कर दिया था.
– पीड़ित परिवार की सेवा करते हुए ही हुई संक्रमित
कहा जा रहा है कि लिनी गुरुवार को अपने घर से निकली. उन्होंने शाम को 6 बजे अपनी डयूटी ज्वाइन की. इसके बाद उन्होंने इस वायरस से पीड़ित एक ही परिवार के तीन लोगों की देखभाल शुरू की. वे इन तीनों के साथ रातभर रहीं. उनसे बात करती रहीं. बाद में इन तीनों की मौत हो गई. अस्पताल के मुताबिक, शायद इसी दौरान लिनी भी वायरस से संक्रमित हो गई थीं.
– अपने दो बेटों से भी नहीं मिल सकी
लिनी के दो बच्चे सिद्धार्थ (5 साल) और रितुल (2 साल) हैं. दोनों मां को आखिरी बार देख भी नहीं सके. उनके पति सजीश लिनी की बीमारी के बारे में सुनकर दो दिन पहले ही बहरीन से केरल लौटे थे.
– पर्यटन मंत्री ने शेयर किया आखरी पत्र
पर्यटन मंत्री कदाकमपल्ली सुरेंद्रन ने लिनी की मौत पर दुख व्यक्त किया. उन्होंने फेसबुक पर लिनी का आखिरी पत्र शेयर किया जो उन्होंने अपने पति के लिए लिखा था. उसने लिखा- ‘मुझे नहीं लगता कि अब मैं तुमसे मिल पाऊंगी. प्लीज हमारे बच्चों की देखभाल करना. उन्हें अपने साथ गल्फ (खाड़ी देश) ले जाओ, और हमारे पिता की तरह बिल्कुल अकेले मत रहना.’
– चिमगादड़ से फैला खतरनाक वायरस
केरल में जानवरों से फैलने वाला यह वायरस कोझिकोड में चमगादड़ के जरिये फैला है. फ्रूट बैट कहा जाने वाला चमगादड़ मुख्यत: फल या फल के रस का सेवन करता है. सूचना के बाद पूरा केरल हाई अलर्ट पर रखा गया है. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी ने ब्लड सैंपल की जांच के बाद पुष्टि की है कि बुखार के कारण हुई चार में से तीन मौतों की वजह निपाह वायरस था. पहली मौत 19 मई को हुई थी.
– चिमगादड़ और सूअर में पाया जाता है यह वायरस
फ्रूट बैट या सूअर जैसे जानवर इस वायरस के वाहक हैं. संक्रमित जानवरों के सीधे संपर्क में आने या इनके संपर्क में आई वस्तुओं के सेवन से निपाह वायरस का संक्रमण होता है. निपाह वायरस से संक्रमित इंसान भी संक्रमण को आगे बढ़ाता है. 1998 में पहली बार मलेशिया के कांपुंग सुंगई निपाह में इसके मामले सामने आए थे. इसीलिए इसे निपाह वायरस नाम दिया गया. 2004 में यह बांग्लादेश में इस वायरस के प्रकोप के मामले सामने आए थे. बताया जा रहा है कि केरल में यह पहली बार फैला है.