कोलकाता (तेज समाचार प्रतिनिधि). गत वर्ष 8 नवंबर को भारत में घोषित नोटबंदी विषय पर बनी फिल्म को सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (CBFC) के कोलकाता स्थित रीजनल ब्रांच ने सर्टिफिकेट देने से मना कर दिया था और 3 दिन पहले CBFC के चेयरपर्सन पहलाज निहलानी के पास क्लियरेंस के लिए इस फिल्म को भेजा था. निहलानी ने नोटबंदी पर बनी फिल्म ‘शून्यता’ के निर्देशक सुवेंदु घोष को बुलाया और बताया कि उनकी इस फिल्म को 6 कट के बाद UA सर्टिफिकेट दे दिया गया है.
निर्देशक घोष से कहा गया कि वह फिल्म में नोटबंदी का विरोध करने वाले डायलॉग को या डिलीट या म्यूट कर दें. CBFC कोलकाता के रीजनल ऑफिसर अजय माहमिया ने कहा, ‘CBFC के चेयरपर्सन ने इस मामले में फैसला सुनाया है. जांच कमिटी के सदस्यों की अनुशंसा के आधार पर फिल्म को क्लियरेंस दिया गया है. कमिटी ने पूर्ण बहुमत के साथ जो फैसला लिया था चेयरपर्सन ने भी उसका समर्थन किया.’
फिल्म निर्देशक सुवेंदु घोष से 10 सेकंड का एक सीक्वेंस फिल्म से हटाने के लिए कहा गया है जिसमें फिल्म का एक किरदार कहता है कि वह नोटबंदी के बाद होने वाले मौत के जुलूस को स्वीकार नहीं कर सकता. तो वहीं एक दूसरे सीन में साहूकार शोक व्यक्त कर रहा है कि सरकार के इस फैसले ने गरीबों के लिए मुश्किल खड़ी कर दी है.
इसके अलावा CBFC ने फिल्म में गटर और सूबी शब्द के साथ ही सरकार के नोटबंदी अभियान की आलोचना करने वाले दूसरे बयानों को भी म्यूट करने का आदेश दिया है. फिल्म निर्देशक घोष कहते हैं, ‘फिल्म में जो कट लगाए गए हैं वह बताते हैं कि नोटबंदी के विरोध में उठने वाली हर आवाज को सरकार दबा देना चाहती है.’