जामनेर (नरेंद्र इंगले) :तहसिल क्षेत्र के शहापुर ग्राम पंचायत मे बतौर स्थायी सफ़ायी कर्मी कार्यरत सेवको को बीते 15 महीनो से उनके वेतन से वंचीत रखा जा रहा है . स्थानीय नेताओ और प्रशासन से गुहार लगाते थके इन कर्मीयो ने परीवार के साथ अब पंचायत समीती के बाहर धरना आंदोलन आरंभ कर दिया है . मिडीया को सौंपे निवेदन मे पिडीत सुनील तानु सुरवाडे , भगवान रामदास सुरवाडे ने कहा है की पंचायत ने उनका बीते 15 महीने का वेतन बेवजह रोक रखा है वही ग्रामसेवक ने नियमीत वेतन भुगतान के दौरान पिडीत कर्मीयो के भविश्य निर्वहन की रकम वसुली है लेकीन उसे निर्वहन फंड मे जमा ही नही करायी स्पष्ट रुप से कहा जाए तो पंचायत प्रशासन ने उस रकम का गबन कीया है . पिडीतो के मुताबीक हा ल ही ने संपन्न तुलसामाता मेले के आयोजन मे ग्राम पंचायत को करीब 6 लाख रुपयो का राजस्व प्राप्त हुआ जिसके ब्योरे की पडताल के उपरांत पिडीतो ने पंचायत प्रशासन से उस रकम से अपने थकीत वेतन के भुगतान की माँग की थी जिसे ग्रामसेवक यह कहकर ने ठुकरा दिया की मेला राजस्व रकम पर केवल उसका अधिकार है . पंचायत की तानाशाही से लंबीत वेतन के कारण दलित तबके से ताल्लुक रखने वाले इन गरीब सफ़ायी कर्मीयो के परीवारो के सामने अपनी जिवीका का संकट खडा हो गया है . वही ग्राम पंचायत के पदाधिकारी और प्रशासन अधिकारीयो के अडीयल भुमीका पर आंख मुंदे बैठे प्रशासन के आला अधिकारीयो की नकारात्मक मानसिकता से पिडीत तत्व लोकतांत्रीक तरीके से आंदोलन कर अपने हक की लडायी लड रहे है . संवैधानीक पद पर विराजमान मंत्री गिरीश महाजन के निर्वाचन क्षेत्र मे प्रशासन की ज्यादती से पिडीतो पर हो रहे इस अन्याय की जनता मे तिखी आलोचना की जा रही है . मामले को लेकर रीपब्लीकन पार्टी ओफ इंडिया (आठवले गुट) के तहसिल अध्यक्ष भगवान सोनवने ने तीव्र आंदोलन छेडने की बात कही है . विदीत हो की सुत्रो के मुताबीक तुलसामाता मेला आयोजन के दौरान मेले मे पधारे व्यावसायीयो तथा दुकानदारो से शहापुर ग्राम पंचायत प्रशासन ने राजस्व के नाम पर सरकारी नियमो को ताक पर रखकर मनमुताबीक पैसा वसुला है इस के विपरीत सरकारी खाते मे कुछ ही रकम को जमा कराया गया . इस लिए मेले के राजस्व वसुली की सटीक जांच कराने की माँग आम जनता मे की जा रही है .