जालंधर. संगरूर-दिल्ली नेशनल हाईवे पर सोलर घराट कस्बे के रिहायशी एरिया में दो बिल्डिंग में बने पटाखों के अवैध गोडाउन में मंगलवार रात साढ़े आठ बजे ब्लास्ट के बाद आग लग गई. इसमें अब तक 5 लोगों की मौत की पुष्टि हो गई है. ब्लास्ट इतना जबरदस्त था कि गोडाउन में काम कर रहे 2 लोगों शरीर के हिस्से 150 मीटर दूर हाईवे पर जा गिरे और गोडाउन के करीब बनी दो मंजिला बिल्डिंग भी ढह गईं.
इस हादसे में देर रात 12 बजे तक मलबे से 4 लाशें निकाली जा चुकी थीं. न्यूज एजेंसी के मुताबिक, बाद में एक और बॉडी निकाली गई, लेकिन इसमें और भी लोगों के दबे होने की आशंका है. घटना के बाद मौके पर पहुंचे अफसरों ने 2 जेसीबी मशीनें और 3 फायर ब्रिगेड की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू करवाया. देर रात तक मलबे के नीचे सुलगते बारूद की वजह से रेस्क्यू धीमी रफ्तार से चल रहा था.
पुलिस ने एक साल पहले छापा मारकर इस गोडाउन को सील कर दिया था. उसके बाद भी यहां पटाखे स्टोर किए जा रहे थे. गोडाउन पटाखा करोबारी गांधी राम और उसके बेटे प्रदीप कुमार का था. घटना के बाद दोनों गायब हैं. पटाखा गोडाउन रिहायशी इलाके में नहीं बनाया जा सकता. ऐसे में यह तय है कि इसे गैर कानूनी तरीके से चलाया जा रहा था.
मौके पर पहुंचे डिप्टी कमिशनर अमरप्रताप सिंह विर्क ने मामले की मजिस्ट्रेट जांच के ऑर्डर दे दिए हैं. एसएसपी मनदीप सिंह सिद्धू ने मौके पर रात 11 बजे 4 लाशें मिलने की बात कंफर्म की. मौके पर मौजूद कस्बे के लोगों ने बताया कि एक साल पहले ही पुलिस ने इंफोर्मेंशन मिलने पर इस गोडाउन पर छापा मारा था. इस दौरान यहां पर भारी मात्रा में पटाखे स्टोर किए गए पाए गए थे. इसके बाद पुलिस ने इस गोडाउन को सील कर दिया था.
ब्लास्ट के बाद आग लगने की खबर मिलते ही एडमिनिस्ट्रेशन ने तुरंत डिस्ट्रिक्ट की तमाम फायर ब्रिगेड को कॉल किया. संगरूर की 3 फायर ब्रिगेड तो मौके पर पहुंच गई, लेकिन धूरी और सुनाम स्टेशन की फायर ब्रिगेड गाड़ियां स्टाफ की कमी के चलते मौके पर नहीं पहुंच पाईं. इससे देर रात तक 3 फायर ब्रिगेड और 2 जेसीबी मशीनों से ही रेस्क्यू ऑपरेशन चलता रहा.