नई दिल्ली (तेज समाचार डेस्क). पिछले 21 महीनों से जासूसी के आरोप में पाकिस्तान की जेल में बंद कुलभूषण जाधव को काफी जद्दोजहद के बाद सोमवार को उनकी पत्नी व मां से मिलवाया गया. लेकिन जाधव के परिवार की मुलाकात को लेकर पाकिस्तान का फरेब अब सामने आ गया है. पाक एजेंसियों ने जाधव की मां और पत्नी के साथ न सिर्फ बुरा सलूक किया, बल्कि मुलाकात से ठीक पहले उनका मंगलसूत्र, चूड़ी और बिंदी भी हटवा दी थी. उनकी पत्नी के जूते भी पाकिस्तान ने जबरदस्ती उतरवा कर रख लिए हैं.
– घटियां षड़यंत्र रच सकता है पाक
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने आगाह करते हुए कहा कि पाकिस्तान जूते को लेकर कोई भी घटिया खेल खेल सकता है. कुमार ने कहा कि बार-बार कहने के बावजूद पाक ने उनके जूते नहीं लौटाए. ये सब पाकिस्तान ने सुरक्षा की आड़ में किया हैं. उन्होंने इन दोनों महिलाओं की धार्मिक और सांस्कृतिक संवेदनशीलता का भी ध्यान नहीं रखा.
– अंग्रेजी में बात करने को कहा
मंगलसूत्र और कपड़े बदलवाने की कोई आवश्यकता नहीं थी, लेकिन पाक ने ऐसा करने पर मजबूर किया. इतना ही नहीं, उन्होंने इन दोनों महिलाओं को अंग्रेजी में बोलने को कहा. उन्हें अपनी मातृभाषा में बोलने की इजाजत नहीं दी.
– पहले से तैयार की गई थी जाधव की स्क्रीप्ट
विदेश मंत्रालय ने कहा कि जाधव की टिप्पणी का अधिकांश भाग स्पष्ट रूप से तैयार करके दिया गया लग रहा था. इसे पाकिस्तान में उसकी कथित गतिविधियों की गलत तस्वीर पेश करने के हिसाब से तैयार किया गया था. पूरी स्क्रीप्ट मुलाकात से पहले ही तैयार की गई थी. मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि उसे देखने से उसके स्वास्थ्य एवं कुशलक्षेम को लेकर सवाल उठते हैं. विदेश मंत्रालय ने कहा कि बैठक से पहले दोनों देश राजनयिक माध्यमों के साथ सम्पर्क में थे ताकि इसकी रूपरेखा और प्रारूप तैयार किया जा सके. इसमें कहा गया है कि दोनों पक्षों के बीच स्पष्ट रूप से सहमति थी और भारतीय पक्ष ने निष्ठापूर्वक अपनी सभी प्रतिबद्धताओं को पूरा किया.
– नहीं रखा गया सांस्कृतिक भावनाओं का ध्यान
मंत्रालय ने यह भी आरोप लगाया कि सुरक्षा एहतियात की आड़ में जाधव के परिवार के सदस्यों की सांस्कृतिक और धार्मिक संवेदनाओं का ध्यान नहीं रखा गया . ‘इसमें मंगलसूत्र, चूड़ी और बिंदी हटाने के साथ परिधान बदलने का कार्य शामिल है जिसकी सुरक्षा के लिहाज से कोई जरूरत नहीं थी.’ मंत्रालय ने कहा कि जाधव की मां को उनकी मातृभाषा में बात करने से रोका गया जबकि यह संवाद का नैसर्गिक माध्यम था. उन्हें ऐसा करने से बार बार टोका गया. इसमें कहा गया है कि जिस प्रकार से मुलाकात का आयोजन किया गया और उसके बाद की घटनाएं, स्पष्ट तौर पर जाधव से जुड़ी कथित गतिविधियों की गलत तस्वीर पेश करने का प्रयास है.
– विदेश मंत्रालय की ईमारत में हुई थी मुलाकात
उल्लेखनीय है कि पाकिस्तानी जेल में कथित रूप से जासूसी के मामले में बंद भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव के साथ इस्लामाबाद में विदेश मंत्रालय में उनकी पत्नी और मां ने कल मुलाकात की थी, लेकिन उनके बीच कांच की एक दीवार थी. पिछले साल मार्च में गिरफ्तारी के बाद से जाधव की उनसे यह पहली मुलाकात है. करीब 40 मिनट की यह मुलाकात भारी सुरक्षा वाले विदेश मंत्रालय की इमारत में हुई. हेग स्थित अंतरराष्ट्रीय अदालत ने मई में पाकिस्तान से जाधव को सुनाई गयी मौत की सजा पर रोक लगाने के लिए कहा था.