वॉशिंगटन ( तेजसमाचार डेस्क / एजेन्सी ) – हिन्दुस्तान के केरल में बलात्कार के मामले में पादरियों को आत्मसमर्पण करने व उनकी धर-पकड़ करने की घटना अभी ताज़ी ही है, वहीँ पेन्सिलवेनिया सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को कैथलिक चर्च के पादरियों द्वारा किए गए यौन शोषण पर ग्रैंड ज्यूरी रिपोर्ट जारी की है. इस रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि 300 से ज्यादा पादरियों ने बीते 70 सालों में एक जार से ज्यादा बच्चों का यौन शोषण किया. यही नहीं, रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि चर्चों ने पादरियों के इन गुनाहों पर पर्दा डालने की कोशिश की.
स्टेट अटॉर्नी जनरल जोश शैपिरो ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि रिपोर्ट में 1000 से ज्यादा पीड़ितों की पहचान की गई है, किन्तु ग्रैंड जूरी इस संख्या को और अधिक मान रहा है. हैरिसबर्ग शहर में बुलाई गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में अटॉर्नी जनरल जोश शैप्रियो ने कहा, ‘पादरी छोटे बच्चों और लड़कियों के साथ बलात्कार कर रहे थे. भगवान के लोग केवल ऐसे काम करने के लिए ही नहीं, बल्कि इन्हें छुपाने के लिए भी जिम्मेदार हैं.’
शैप्रियो ने कहा कि जांच से इस बात की पुष्टि हुई है कि पेन्सिलवेनिया और वेटिकन के वरिष्ठ चर्च अधिकारियों ने इन सभी बातों को ढंकने का प्रयास किया. ग्रैंड ज्यूरी की रिपोर्ट के अनुसार जिस संख्या में यह मामला सामने आया है, वह अपने आप में एक रिकॉर्ड है.
1400 पन्नों की इस रिपोर्ट में पाया गया है कि पेन्सिलवेनिया और वैटिकन में चर्च के वरिष्ठ अधिकारियों ने इन यौन शोषण के मामलों को व्यवस्थित तरीके से छिपाने की कोशिश की. शैपिरो ने कहा, ‘इन मामलों को छिपाने का परिणाम यह रहा कि अब ये मुकदमा चलाने के लिए भी बहुत पुराने हो गए हैं.’
रिपोर्ट के मुताबिक, पादरियों ने लड़के और लड़कियों दोनों का शोषण किया. रिपोर्ट में दिए एक उदाहरण के मुताबिक, ऐलनटाउन जिले में एक पादरी से जब यौन शोषण की शिकायत पर पूछताछ की गई तो उन्होंने एक लड़के के शोषण करने की बात कबूली और कहा, ‘कृपया मेरी मदद कीजिए.’ एक अन्य मामले में पादरी ने 9 साल के लड़के को मुख मैथुन करने को विवश किया और उसके बाद उसका मुंह ‘पवित्र पानी’ से धो दिया. एक अन्य पादरी ने दशकों पहले एक लड़की से बलात्कार की बात कबूली. पादरी के मुताबिक, पीड़ित लड़की उस समय 7 साल की थी और अस्पताल में टॉन्सिल्स का इलाज करवाने के लिए भर्ती थी.
दर्जनों पादरियों ने अपनी छवि को नुक्सान पहुँचने का दावा करते हुए रिपोर्ट को जारी करने से रोकने के लिए हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया. अमेरिका के कई बिशप ने यह माना है कि अगर देश भर की बात करें तो 17 हजार से ज्यादा लोगों के साथ यौन उत्पीड़न किया गया है.
‘वॉल स्ट्रीट जर्नल’ के मुताबिक, अमेरिका के कैथलिक चर्चों में यौन शोषण पर यह अब तक की सबसे बड़ी जांच रिपोर्ट है. 18 महीने तक चली इस जांच का नेतृत्व अटॉर्नी जनरल जोश शैपिरो कर रहे थे. उनके साथ हैरिसबर्ग, पीट्सबर्ग, ऐलेनटाउन, स्क्रैनटन, एरी और ग्रीन्सबर्ग जिलों के भी अधिकारी शामिल थे.आरोपों के बाद वाशिंगटन डीसी के पूर्व आर्कबिशप एच. मैककैरिक ने कार्डिनल के दायित्व से इस्तीफा दे दिया.